जय भीम बोलोगे तो होगी कानूनी कार्यवाही - एसपी मनोज कुमार सिंह

SP manoj singh

कोरोना माहामारी ने देश की तस्वीर बदल डाली…पहले आजान पर पाबंदीफिर नामाज पर 
पाबंदीअब जय बीम पर पाबंदीएक तरफ जय श्री राम के नारे ना लगाने पर पीटा जाता हैं…लिंचिंग कर दिया जाता है लेकिन दूसरी तरफ अगर आप जय भीम बोलते है तो उस पर पुलिस का फरमान जारी हो जाता है…जनाब जय भीम बोलना गलत है क्या…या कितना वाजिब है आइये जाँच पड़ताल करते है। 
एक तरफ  देश में कोरोना का कहर बरकरार है तो वहीं मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में नियुक्त हुए नए एसपी मनोज सिंह ने वायरलेस सेट पर जय भीम बोलने वाले पुलिस कर्मियों पर करवाई की बात की है।

मध्य प्रदेश स्थित अख़बार पत्रिका के अनुसार कई दिनों से पुलिसकर्मी राजनीती का शिकार होकर वायरलेस सेट पर जय भीम से सम्बोधन कर रहे थे जिस पर एसपी मनोज सिंह ने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि जो भी पुलिसकर्मी ऐसा करता हुआ पाया गया तो उस पर क़ानूनी प्रक्रिया के तहत कार्यवाई की जाएगी।

बताते चलें की भारत रत्न बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी के पास 32 डिग्रियां थी जिन्होंने भारत का संविधान लिखा कानून लिखा,  तो उनकी जय बोलने पर राजनीतिक बात कैसे हो सकती है।

नेताओं ने अपने स्वार्थ के लिए व अपने नारे लगवाने के लिए भोली-भाली जनता को अपने जाल में जकड़ राजनीति का शिकार बनाया है लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि देश सेवा में लगे पुलिस जवान भी अब इस राजनीति का शिकार हो रहे हैं, पुलिस विभाग का नारा जय हिन्द होता है पर पुलिस विभाग में राजनीतिक दखल से राजनीतिक दलों के नारे लगने शुरू हो गए हैं। ऐसा  3/05/2020 को लगभग सभी न्यूज पेपर में आया। 

कमैंट्स में मी टिप्पणी देना ना भूलें ताकि हम यह पता कर सकें कितने इसके समर्थन में हैं और कितने इसके विपक्ष में।                         jai bheem

वही इसकी खबर लगते ही दलित संगठनों ने विवाद शुरू कर दिया व ट्वीटर पर #जयभीम_उज्जैन_पुलिस ट्रेंड कराने लग गए है। अभी तक एसपी मनोज सिंह की इसपे कोई प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली है।

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