उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में 17 फरवरी 2021 को एक बड़ी घटना घटित हुई जिसमें तीन बेटी थी।जिनकी उम्र 13 साल 16 और 17 साल है। अपने खेतमें चारा लेने गई थी। जिनमें दो बेटियों के सब मिले हैं।एक जिंदगी की जंग लड़ रही है। गंभीर अवस्था में उसे कानपुर के रीजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। कांग्रेश के साथ ही कई राजनीतिक पार्टियों ने बच्ची को एअरलिफ्ट करने की मांग की है। लेकिन सरकार अभी तक मामले को लेकर गंभीर नहीं है।एसपी आनंद कुलकर्णी ने घटनास्थल का जायजा लिया और ग्रामीणों से जानकारी ली।उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर काफी मात्रा में झाग पड़ा हुआ पाया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
उन्नाव की 3 दलित बहनों के लिए न्याय की माँग करने व सांत्वना देने के लिए सपा का प्रतिनिधिमंडल उनके परिजनों से मिला।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 18, 2021
पहले ‘हाथरस की एक बेटी’, फिर ‘बदायूँ की एक माँ’ और अब ‘उन्नाव की बहनें’ भाजपा राज में कोई भी नारी सुरक्षित नहीं।
बहुत हुआ नारी पर अत्याचार, अबकी बार भाजपा बाहर। pic.twitter.com/cKl7d2SncI
फिर एक बार फिर हाथरस जैसी अमानवीयता दोहराने को तैयार थी योगी सरकार
— UP Congress (@INCUttarPradesh) February 18, 2021
आखिर सरकार में बैठा वो कौन आदमी है जो रात में अंतिम संस्कार का सुझाव देता है? https://t.co/axhY7T7hG7
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के असोहा थाना के बबुरहा गांव में दिल दहला देने वाली घटना हुई है।जहां दो दलित लड़कियों के शव खेत से मिले हैं। दो मृत लड़कियों के साथ एक और लड़की थी जो जिंदा है। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। इस बची हुई लड़की के बेहतर इलाज के लिए राजनीतिक पार्टियों ने मांग की है कि दिल्ली के एम्स पहुंचाया जाए जहां उसकी जिंदगी को बचाया जा सके। साथ ही घटना के कारणों का खुलासा हो सके

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