नए वित्तीय वर्ष के आगमन से पहले मनरेगा श्रमिकों के लिए खुशखबरी आई है। अब प्रत्येक दिवस कार्य करने पर महिला व पुरुष श्रमिकों को मजदूरी के रू प में 230 रुपये मिलेंगे। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में मनरेगा श्रमिकों के लिए मजदूरी की धनराशि में 17 रुपये का हजाफा किया है। पहले ये धनराशि 213 रुपये थी। एक अप्रैल से श्रमिकों की बढ़ी हुई दरों पर भुगतान किया जाएगा!
उधर मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले जरूरतमंदों को रोजगार देने की व्यवस्था है। प्रत्येक पंजीकृत परिवार को 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी गई है। इसके लिए जाबकार्ड धारक को लिखित रूप से कार्य की माग ग्राम पंचायत से करनी होती है। यदि एक सप्ताह के भीतर /रोजगार नहीं मिलता है तो इसकी शिकायत बीडीओ से की। जा सकती हैं। रोजगार उपलब्ध न कराने पर श्रमिकों को भत्ता देने की भी व्यवस्था है।
काली पट्टी बांध चिकित्स्को ने मनाया काला दिवस
- आईएमए ने जताया राइट टू हेल्थ बिल पर विरोध, राष्ट्रव्यापी हड़ताल की दी चेतावनी संवादसूत्र, सुलतानपुर : जिले में भी राइट टू हेल्थ बिल का विरोध शुरू हो गया है। इं डियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के आह्वान पर चिकित्सक बाहों पर काली पट्टी बांधकर काला दिवस मना रहे है। यह विरोध राजस्थान विधानसभा में बिल को चारित करने पर हो रहा है। इसे लेकर वहां के चिकित्सक कई दिनों से हड़ताल पर है। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डा. एके सिंह व सचिव डा. अंकुर सेठ ने संयुक्त रूप से बताया कि इस बिल के वापस होने तक विरोध जारी रहेगा। सरकार निजी अस्पताल के चिकित्सको पर बल प्रयोग के सहारे अगर बिलाले आई है तो उसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। डा. सिंह ने इसे चिकित्सकों को राइट टू लीव अधिकार से वंचित रखने क प्रयास बताया। आइएमए ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी है। विरोध स्वरूप चि कित्सक बाहों पर काली पट्टी बांधकर इलाज कर रहे हैं उसमें प्रमुख रूप से डा. एसएम वर्मा, डा. जेपी सिंह, डा. अखंड प्रताप सिंह, डा. राजेंद्र कपूर, डा. वीके शुक्ल, डा. आशीष श्रीवास्तव, डा. सादिक अली, डा. स्वाति सिंह, डा. आशीष गुप्ता, राजेश गौतम, डा. रामजी गुप्ता, डा. एपी सिंह, डा. संदेश, डा. आशीष सिंह, डा. राजीव रतन मिश्र, डा. विवेक गुप्ता, डा. एएन सिंह, डा पवन सिंह शामिल रहे।
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