बीते लगभग 15-20 दिनों से देश के हर गांव, कस्बे, शहर के घरों में हर उम्र के लोग चाहे वह बच्चे हों या फिर युवा और वृद्ध सभी इनफ़्लुएंजा 'ए' वायरस के H3N2 सब-टाइप से होने वाले फ़्लू के मामले सामने आए हैं! इस बीमारी में बुखार, कफ़, मितली, उल्टी, गले में दर्द से लोग परेशान हैं या फिर हो चुके हैं! इसके साथ ही सांस लेने में तकलीफ़ या लगातार बुख़ार, सीने में दर्द, खाने में तकलीफ़, चक्कर और फिट आने जैसी समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए!
इसमें लापरवाही जानलेवा हो सकती है! इसलिए H3N2 संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतें और शीघ्र डाक्टर से सलाह ले! इस वायरस में कोविड-19 जैसे लक्षण देखे गए हैं जो सभी उम्र के लोगों पर असर डालता है! वायरोलॉजिस्ट का कहना है कि वायु प्रदूषण से यह वायरस और भी तेज़ी से फ़ैल सकता है! इंडियन काउंसिल फ़ॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के मुताबिक़ कमज़ोर इम्युनिटी ख़ासकर बच्चे, बूढ़े और बीमार लोगों में इसके गंभीर लक्षण देखे जा सकते हैं!
यह संक्रमण वायरस से होता है इसलिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने कहा है कि एंटिबायटिक के इस्तेमाल की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि एंटिबायटिक सिर्फ़ बैक्टीरिया में कारगर होते हैं! आईसीएमआर ने संक्रमण को रोकने के लिए अधिकतर उन उपायों को ही बताया गया है जिन्हें कोरोना महामारी के दौरान लगातार अपनाए जाने की सलाह दी जाती थी!
आईसीएमआर ने सलाह दी है यह एक सामान्य इन्फ़्लुएंजा वायरस है जो बारिश या सर्दियों के मौसम में होता है! अगर बच्चे, बूढ़े या बीमार रहने वाले लोगों में संक्रमण के लक्षण दिखते हैं तो उन्हें ज़ल्द से ज़ल्द डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए!
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