लखनऊः विगत कई माह के इंतजार के बाद कोरोना वायरस की महामारी से बचने के लिए दो वैक्सीन को भारत में अनुमति मिल चुकी है। वैक्सीनेशन की शुरूआत से पहले जहां प्रचार-प्रसार शुरू हो गया है वहीं वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में संसय बना हुआ है। लोगों का मानना है कि अभी 5 करोड वैक्सीन आई है जो अपर्याप्त है। यह तो पीएम से लगाकर उनके मंत्री और कार्यकर्ताओं के लिए पर्याप्त है। साथ ही जो बचेगी वह बीजेपी को पसंद करने वाले लोगों तक ही नहीं पहुंच पाएगी। यदि सभी मंत्रियों को वैक्सीन का टीका लगाते जनता देखेगी। इससे जनता में वैकसीन को लेकर जागरूकता बढ़ेगी। अगले चरण में बगैर प्रचार-प्रसार के लोग वैक्सीन का टीका लगवाने के लिए आएंगे।
वैक्सीन के आते ही राजनीति भी शुरू हो गई है। बहस है कि वैक्सीन पहले कौन लगवाएगा। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेज प्रताप यादव की ओर से बयान आया है। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक, तेज प्रताप यादव ने कहा है कि पीएम मोदी को पहले कोरोना की वैक्सीन लगवानी चाहिए। वैक्सीन लगवाने को लेकर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पहले मोदी जी टीका लगवा लें फिर हम भी लगवा लेंगे। पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी वैक्सीन को लेकर बयान चुके हैं। उन्होंने वैक्सीन को बीजेपी की वैक्सीन बता दिया था। उन्होंने इस हफ्ते कहा था कि उन्हें बीजेपी की वैक्सीन पर भरोसा नहीं है। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने इस बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि उनका मकसद वैक्सीन डेवेलप करने वाले वैज्ञानिकों की क्षमता पर सवाल खड़े करना नहीं है।
बता दें कि इस हफ्ते सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से डेवेलप की गई कोरोना की वैक्सीन और भारत बायोटेक की ओर से स्वदेश में तैयार की गई वैक्सीन के इमरजेंसी यूज़ की अनुमति मिल गई है। अभी यह वैक्सीन लाखों हेल्थकेयर वर्कर्स को लगाया जाएगा।

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