बिजली विभाग का कारनामा, 9 साल बाद पहुंचे मीटर लगाने, बिल पूरा जमा फिर भी काटा बिजली कनेक्शन, उपभोक्ता के बेटे से मारपीट भी किया

 लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि को धूमिल करने में लगे बिजली के अधिकारी और कर्मचारी। जबकि मुख्यमंत्री का साफ निर्देश है कि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न होने पाये। इसके बावजूद भी अधिकारी कर्मचारी मुख्यमंत्री के निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं। खेती के लिए लीगल कनेक्शन होने के साथ बिजली का नियमित बिल भी जमा है, फिर बिजली कनेक्शन काट दिया गया। जिससे किसान को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे किसान ही परेशान होकर अनचाहे बड़े कदम उठाने को मजबूर हो जाते है।


बिजली विभाग का ऐसा कारनामा सामने आया है जिसमें कनेक्शन के 9 साल बाद मीटर लगाने के लिए उपभोक्ता के नलकूप कर्मचारी पहुंचे। ठीक दस दिन पहले उपभोक्ता से सुविधा शुल्क के नाम पर बड़ी रकम की मांग की। जब उपभोक्ता इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई तो उसका कनेक्शन काट दिया गया। इसके बाद झुल्लाए हुए कर्मचारी मीटर लगाने पहुंचते ही उपभोक्ता से रौब में बाद किया कि तुम्हारे पर बिजली चोरी का मुकदमा किया जाएगा। जिसका लगभग तीन लाख रुपये जुर्माना होगा। इससे बचने का एक ही तरीका है कि एक लाख रुपये दे दो हम एसडीओ से बात कर सब ठीक कर लेंगे। जब उपभोक्ता ने इतनी बड़ी रकम देने से मना किया तो मीटर लगाने गये आठ कर्मचारी उपभोक्ता के बेटे से मारपीट करने लगे।


मालूम हो कि मलिहाबाद काकोरी उपखंड के अंतर्गत ग्राम शिवदासपुर में मुन्नी लाल पुत्र रामदयाल का खेती किसानी के लिए 06.11.2011 को कनेक्शन लिया था। उपभोक्ता लगातार बिजली बिल जमा कर रहा है। यहां तक कि करोना काल में भी बिजली का बिल नियमित जमा करता रहा है। इसके बाद भी दिनाक 21.11.2020 को सुविधा शुल्क न देने पर बिजली का कनेक्शन काट दिया गया। जिससे उपभोक्ता की फसल सूख गई। इसमें लाखों का नुकसान उपभोक्ता किसान को उठाना पड़ा। बिजली कनेक्शन काटने की रसीद भी नहीं दिया है। 30.11.2020 को फिर बिजली विभाग के आठ कर्मचारी मीटर लगाने पहुंचते ही कहा कि तुम्हारे पर बिजली चोरी का मुकदमा किया जाएगा। जिसका लगभग तीन लाख रुपये जुर्माना होगा। इससे बचना चाहते हो तो सुविधा शुल्क दीजिए। सुविधा शुल्क के नाम बड़ी रकम की मांग की। जिसको उपभोक्ता मुन्नीलाल यादव ने देने में असमर्थता जमाई। कहा कि हम किसान हैं इतनी बड़ी रकम कहां से देंगे। इसी कहासुनी में उपभोक्ता के बेटे विजय यादव से बिजली कर्मचारी मारपीट करने लगे। इसमें से एक कर्मचारी डमी बनाने के लिए वीडियों भी बनाया है। 



बिजली विभाग के कर्मचारियों का कारनामा यहां तक भी नहीं थमा। इसके बाद सहायक अभियंता सुनील कुमार गौतम ने सुनियोजित ढंग से महिलाबाद थाने में तहरीर देकर मांग की है कि सरकारी काम में बाधा डालने और धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की मांग की है। इस पर पुलिस ने उपभोक्ता वृद्व किसान मुन्नीलाल यादव को ठंड के मौसम के चलते रात में उठा ले गये। जहां थाने में दो रखने के बाद पुलिस ने मानवीयता और मामले को ध्यान में रखते हुए उपभोक्ता मुन्नीलाल यादव को निजी मुचलके पर छोड़ दिया। लेकिन पुलिस ने एक पक्षीय कार्रवाई की है। 


बिजली विभाग के कर्मचारियों ने  अन्याय पूर्ण रवैया अपना कर उपभोक्ता के बेटे से मारपीट की है। उपभोक्ता को फसल नुकसान के साथ ही सामाजिक और मानसिक रूप से प्रताड़िता किया है। उपभोक्ता ने पुलिस के साथ ही विभाग के उच्चाधिकारियों से मांग की है कि हमारी फसल की नुकसान की भरपाई के साथ ही सामाजिक और मानसिक प्रताड़ना का मुकदमा आठ कथित बिजली कर्मचारियों पर किया जाए। जिससे भविष्य में बिजली विभाग के कर्मचारी दूसरे किसान के साथ अन्याय न कर पाएं।

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