लखनऊः सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बड़ा हमला करते हुए कहा कि तीन नए कृषि कानून किसानों के लिए डेथ वारंट की तरह है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करनी है तो केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार एमएसपी लागू करें। भाजपा सिर्फ नाम बदलने वाली पार्टी है। शुक्रवार को पूर्व सीएम अखिलेश यादव आगरा में एक विवाह समारोह में शिरकत करने आए थे। तीन नए कृषि कानून को लेकर के पूरे जोश के साथ किसानों का विरोध जारी है, लेकिन सरकार अभी तक इन कानूनों को लेकर रद्द करने पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि 14 दिसंबर को किसान आंदोलन के समर्थन में सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को शांतिपूर्ण धरना देने का निर्देश दिया है। समाजवादी पार्टी किसानों के साथ हैं और उनके समर्थन में 7 दिसंबर से लगातार किसान यात्राएं निकाली जा रही हैं। भाजपा सरकार किसान विरोधी नीतियों के कारण प्रदेश का किसान त्राहि-त्राहि कर रहा है। इस भीषण ठंड में अपने हक की लड़ाई में अब तक कई किसानों की जान भी जा चुकी है। लेकिन केंद्र सरकार आंदोलनरत किसानों की परवाह किए बगैर अपने अड़ियल रवैए पर अड़ी है।
उधर सपा एमएलसी सुनील सिंह यादव ने ट्वीट कर कहा कि आजादी से पहले अंग्रेजों को किसानों के आंदोलन में अराजकता और साजिश दिखाई देती थी आज सत्ता में बैठे उन्हीं अंग्रेजों के दलालों को दिखाई दे रही है। उधर गाजीपुर में प्रमोद यादव अखिलेश यादव के निर्देशानुसार किसानों के समर्थन में जंगीपुर विधानसभा में भैरोपुर (डॉक्टर भीमराव अंबेडकर प्रतिमा) पर माल्यार्पण कर पैदल यात्रा करते हुए पुलिस प्रशासन से काफी झड़प के बाद बुध पुर मंदिर की तरफ बढ़ रहे थे तभी बीच में ही प्रशासन द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
कृषि क़ानूनों को हटाने के लिए हमारे किसान भाइयों को और कितनी आहुति देनी होगी? pic.twitter.com/GSnazbYDoA
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 12, 2020
उधर राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि किसान चाहता है कि उसकी आए पंजाब के किसान के जितनी हो जाए लेकिन मोदी सरकार चाहती है कि देश के सब किसानों के आए बिहार के किसान की जितनी हो जाए।मोदी सरकार गरीबों के मौलिक अधिकार छीन रही है यह मानवता के विरुद्ध है देश के बेहतर भविष्य के लिए हमें हर वर्ग के अधिकारों का सम्मान करना ही होगा।

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