नए तीन कृषि कानूनों को लेकर भारत बंद का रहा मिला जुला असर, समर्थन में सड़क पर उतरे सपा कार्यकर्ता हिरासत में



उन्नाव जिले के थाना बेहटा मुजावर अमित यादव (छोटू), रामनरेश यादव, कमल किशोर यादव, सुरजीत यादव 


लखनऊः तीन नए कृषि कानूनों को लेकर विरोध कर रहे किसानों के भारत बंद का मिलाजुला असर रहा। उन्नाव जिले के थाना बेहटा मुजावर क्षेत्र में किसानों के समर्थन में उतरे सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया। इन सपा कार्यकर्ताओं का मनना है कि हम किसानों का भरपूर समर्थन करते रहेंगेे। तब करते रहेंगे जब तक किसान विरोधी तीनों कानूनों को सरकार वापस नहीं ले लेती। एमएसपी को लेकर कानून बने जिससे किसानों को यह अधिकार हो कि उसकी उपज को कोई भी न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर नहीं खरीदेगा। यदि इसका कोई उल्लंघन करता है तो उस पर दंडात्मक कार्रवाई हो।


तीन नए कृषि कानून को लेकर लगभग पूरे देश के किसानों में भारी आक्रोश है। लेकिन इन आंदोलनरत किसानों का मानना है कि हम शांतिपूर्वक रहकर अपनी मांगे सरकार के सामने रखी है। लेकिन केंद्र सरकार किसानों की मांगों को अनदेखा और अनसुना कर रही है। इसी को लेकर आज किसान संगठनों द्वारा भारत बंद का आवाहन किया गया था। जिसका मिलाजुला असर रहा। किसानों की जायज मांगों के समर्थन में कई राजनीतिक दल और संगठनों ने किसानों का समर्थन किया है। लखनऊ स्थित सपा के पार्टी मुख्यालय को सुबह से ही पुलिस अपने घेरे में ले लिया था। सोमवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव किसान यात्रा के लिए कन्नौज निकलने से पहले ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया। 

इसी कड़ी में भारत बंद का समर्थन करने मंगलवार को उन्नाव जिले के थाना बेहटा मुजावर में सपा के युवा नेता अमित यादव (छोटू) की अगुवाई में भारी संख्या में निकले सपा के सक्रिय कार्यकर्ता रामनरेश यादव, कमल किशोर यादव, सुरजीत यादव के साथ ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को बेहटा मुजावर की पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें लगभग 10 बजे हिरासत में ले लिया। जिनको करीब पांच बजे निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। 


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