दुनिया में वैश्विक मंदी के डर से प्राइवेट सेक्टर की बड़ी कंपनियों में नौकरी का भारी संकट

 


बता दें कि वेल क्वालिफाइड m-tech, b- tech, mba एमबीए करने के बाद युवा बड़ी-बड़ी कंपनियों में अच्छे पैकेज पर काम करने के लिए उत्साहित रहते हैं! लेकिन जब छटनी जैसी कार्रवाई होती है तो इनके साथ कई परिवारो को परेशानियों का सामना करना पड़ता है! दुनिया में वैश्विक मंदी के डर से प्राइवेट सेक्टर की बड़ी कंपनियों में नौकरी का भारी संकट उत्पन्न हो गया है!  नई योजना के तहत अच्छा प्रदर्शन न करने वाले कर्मचारियों की पहचान कंपनियां कर रही है!



 एपल, ट्विटर, अमेजन और मेटा के बाद द इंफॉर्मेशन की रिपोर्ट के अनुसार अब टेक कंपनी गूगल भी 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी की योजना बना रही है! गूगल ने टीम मैनेजर से नई रैकिंग और प्रदर्शन सुधार योजना के तहत कर्मचारियों का आकलन करने को कहा है जिसके माध्यम अगले साल की शुरुआत में कर्मचारियों को निकालेगी! साथ ही यह भी तय होगा कि सदस्यों को बोनस और शेयर दिया जाएगा या नहीं! हालांकि गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने इस मामले में अधिकारिक पुष्टि नहीं की है! 

इंडोनेशिया की सबसे बड़ी इंटरनेट कंपनी गोटो ने लागत को कम करने और राजस्व में सुधार के प्रयासों का हवाला देते हुए 1300 कर्मचारियों को निकाल दिया है! उधर पर्सनल कंप्यूटर की मांग कम होती और घटते राजस्व को देखते हुए टेक कंपनी एचपी इंक (हैवलेट  पैकर्ड) 2024-25 तक 6000 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला लिया है! 


अमेजॉन 10000 कर्मचारियों को निकालने की योजना है और कुछ को निकाल भी दिया है! बेटा 11 हजार से ज्यादा छटनी कर सकती हैं! टेक कंपनी के लिहाज से इस साल की सबसे बड़ी छटनी है! टि्वटर 7,500 कर्मचारियों को निकाल चुकी है!



 माइक्रोसॉफ्ट इस सप्ताह 1000 कर्मचारियों को निकाल चुकी है! इसी कड़ी में मार्गन स्टैनली, इंटेल कार्प, जॉनसन एंड जॉनसन, फिलिप्स, स्ट्राइप इन्क, सिस्को सिस्टम पुनर्गठन के तहत 5% चटनी कर सकती है! 

अमेरिका में भी बड़े पैमाने पर कंपनियां छटनी कर रही हैं! अक्टूबर में 13 फीसद छटनी की गई! अर्थात 37,843 कर्मचारियों को निकाला गया! यह फरवरी 2021 के बाद 20 माह में सबसे बड़ी छटनी है! निकाले गए सभी कर्मचारी अमेरिका के हैं! 

उधर अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने छटनी मामले को लेकर कुछ माह पहले भी संकेत दिया था कि कंपनी को 20 फीसद अधिक दक्ष होना चाहिए! कंपनी के रूप में गूगल का मानना है कि जब आपके पास पहले की तुलना में कम संसाधन होते हैं तो आपको काम करने के लिए सही चीजों को प्राथमिकता देनी चाहिए! ऐसे में यह देखना पड़ता है कि क्या आप के कर्मचारी वास्तव में उत्पादक हैं! 

उधर श्रम मंत्रालय ने कर्मचारियों की छटनी को लेकर अमेजन इंडिया को समन भेजा है! कर्मचारी यूनियन ने नैससेंट इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी एंप्लाइज सीनेट ने अमेजन इंडिया पर श्रम कानून के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए श्रम मंत्रालय से इसकी शिकायत की थी! इसी के बाद कंपनी को समन जारी किया गया है! 

Post a Comment

please do not comment spam and link

और नया पुराने