केरल में अडानी ग्रुप के बंदरगाह का विरोध जारी, मछुआरों ने थाने पर बोला हमला


केरल में अडानी समूह के निर्माणाधीन बंदरगाह को लेकर विरोध कर रहे मछुआरों ने स्थानीय पुलिस थाने पर बोला हमला! अंग्रेजी अख़बार द इंडियन एक्सप्रेस में ख़बर के अनुसार मछुआरे शनिवार को हुई हिंसा के बाद हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा करने की मांग कर रहे थे! प्रदर्शनकारियों ने निर्माण सामग्री ले जा रहे ट्रकों को पोर्ट में दाख़िल नहीं होने दिया था! बता दे कि इस पोर्ट के निर्माण के समर्थन में भी प्रदर्शन हो रहा है! 


केरल में अडानी समूह 2015 से एक मेगा पोर्ट का निर्माण कर रहा है जिसका नाम विझिनजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह है! लेकिन इसे लेकर स्थानीय लोगों और मछुआरों की ओर से विरोध किया जा रहा है! इनका मानना है कि बंदरगाह बनने से उनकी जीविका पर असर पड़ने के साथ ही तटीय क्षरण हो रहा है! केरल हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को शुक्रवार तक अडानी पोर्ट में ट्रकों को दाख़िल होने की अनुमति देने के अपने आदेश के पालन पर जवाब दाख़िल करने के लिए कहा है! अदालत ने सरकार से पूछा है कि विझिंजम पोर्ट पर हुई हिंसा के बाद दर्ज एफ़आईआर में अब तक क्या कार्रवाई हुई है! 
बता दे कि 7500 करोड़ की लागत वाले इस बंदरगाह का प्रस्ताव कांग्रेस और यूडीएफ़ के गठबंधन की सरकार के दौरान आया था! तब ओमन चांडी केरल के मुख्यमंत्री थे! उस समय भारत में डीप वॉटर पोर्ट भी नहीं था! इस समय बड़े कंटेनर जहाज़ दुबई, सिंगापुर और कोलंबो में ठहरते हैं! ये सभी भारत से आने-जाने वाला सामान के हब भी हैं! 
इन प्रदर्शनों की अगुवाई लैटिन कैथोलिक चर्च कर रहा है. प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि पोर्ट के निर्माण की वजह से समंदर को हो रहे नुक़सान के बारे में गहन वैज्ञानिक अध्ययन हो! प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पोर्ट के निर्माण की वजह से उत्तर की तरफ़ तट को नुक़सान हो रहा है! लैटिन कैथोलिक चर्च के अधिवक्ता शेरी थॉमस के अनुसार अध्ययन करने में सिर्फ़ तीन माह लगना है! आज प्रदर्शन का 130वां दिन है! हम पहले ही पोझीनूर और अंचुथेंगू इलाक़ों में क्षरण देख रहे हैं! 
सोमवार को अदालत में विझिनजम इंटरनेशनल सीपोर्ट लीमिटेड (वीआईएसएल) की याचिका पर सुनवाई हुई! शनिवार को हुई हिंसा के बाद पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया था! जिन्हें छुड़ाने के लिए रविवार रात थाने पर हमला कर दिया गया और इस दौरान भी हिंसा हुई! 
सोमवार अडानी ग्रुप के निवेशकों के लिए अच्छा  नहीं रहा!  पहले इकनॉमिक टाइम्स में ख़बर आई कि अडानी ग्रुप के शेयर ख़रीदने वाले तीन विदेशी फंड्स (फ़ॉरेन पोर्टफ़ोलियो इन्वेस्टमेंट) को फ़्रीज़ कर दिया गया है! इसके बाद कंपनी के शेयरों की क़ीमतों में गिरावट का दौर शुरू हुआ! अडानी ग्रुप की सभी 6 कंपनियों के शेयरों ने 5 से 25 फ़ीसद तक गोता लगाया! वहीं, अडानी की कुल संपत्ति को लगभग 55,692 करोड़ रुपए का नुक़सान हुआ! 

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