बुधवार को मुंबई में फिक्की और आईबीए द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित वार्षिक फीबैक 2022 सम्मेलन संबोधित करते हुए कहा कि धारा 45जेडके के मुताबिक, आरबीआई एमपीसी की प्रत्येक बैठक के समापन के बाद समिति द्वारा अपनाए गए संकल्प को प्रकाशित करेगा!
बुधवार को (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने दोहराया कि बैंक जनता के लिए केंद्र सरकार को अपना संदेश जारी नहीं करेगा! एमपीसी की बैठक में लिया गया फैसला और कार्यवृत्त आरबीआई अधिनियम के मुताबिक प्रकाशित किया जाना है! आरबीआई ने अधिनियम की धारा 45जेडएन के तहत 3 नवंबर को मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक निर्धारित की है!
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को बैंकरों के वार्षिक एफआईबीएसी सम्मेलन में कहा, "रिजर्व बैंक महंगाई दर पर महाभारत के अर्जुन की तरह नजर रखने की कोशिश में है ! अर्जुन ने एक घूमने वाली मछली की आंख में तीर मारने के लिए ध्यान केंद्रित करते हुए रखी थी! हमारी (आरबीआई) अर्जुन की तरह महंगाई दर पर लगातार नजर रखने की कोशिश है." यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब महंगाई दर काफी तेज है और आरबीआई जल्द ही सरकार को इस संबंध में स्पष्टीकरण देगा!
दास ने महंगाई के मुद्दे पर आलोचना के बीच आरबीआई की रणनीतियों का बचाव किया और कहा कि देश को भारी कीमत चुकानी पड़ती! अगर आरबीआई ने समय से पहले सख्ती शुरू कर देता! दास ने यह भी कहा कि आरबीआई की दर निर्धारित करने वाली समिति बृहस्पतिवार को एक बैठक करेगी! इस बैठक में एक स्पष्टीकरण तैयार किया जाएगा कि किन परिस्थितियों में महंगाई दर लक्ष्य से अधिक हो गई वहीं इसमें सुधारात्मक उपाय का विवरण भी होगा! एमपीसी अपनी आज की बैठक में इस बात पर चर्चा करेगी कि वह महंगाई दर पर लगाम लगाने में सक्षम क्यों नहीं है और इसकी जानकारी केंद्र को देगी! आरबीआई केंद्र सरकार को महंगाई दर की स्थिति के साथ-साथ इसके ऊंचे स्तर पर रहने के कारण भी बता सकता हैहै! दास ने कहा था कि केंद्र सरकार के साथ संवाद एक विशेषाधिकार प्राप्त है और इसे बैंक द्वारा सार्वजनिक नहीं किया जाएगा!

एक टिप्पणी भेजें
please do not comment spam and link