पप्पू पास हो गया, भारत जोड़ो यात्रा ने राहुल गांधी को बनाया बड़ा नेता, मिल रहा अपार जनसमर्थन, बीजेपी की गिर गई चूले

 


7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई थी। जो अगले साल कश्मीर में खत्म होगी। तमिलनाडु में हरी झंडी दिखाने के बाद यात्रा पहले ही केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों को कवर कर चुकी है। तेलंगाना में यह पदयात्रा 24 अक्टूबर से शुरू हुई थी और सात नवंबर को संपन्न होगी! इसके बाद महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी। राहुल गांधी के बाहर जोड़ो यात्रा के दौरान अपार जनसमर्थन मिल रहा है इससे उत्साहित कांग्रेश में नई ऊर्जा का संचार हुआ है और 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर शुरू कर दी गई हैं! 


शुक्रवार को विराम के बाद यात्रा शनिवार को अंडोले निर्वाचन क्षेत्र में चोटुकुर से शुरू हुई! यह 20 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद रात को अलादुर्ग में रुकेगी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अभी दक्षिण भारतीय राज्य तेलंगाना में है। यात्रा का आज 58वां दिन है।



5 नवंबर को तेलंगाना के मेडक से नए सिरे से यात्रा की शुरुआत होगी। भारत जोड़ो यात्रा मतदान वाले तेलंगाना में 19 विधानसभा और सात संसदीय क्षेत्रों को कवर करेगी, 7 नवंबर को महाराष्ट्र में प्रवेश करने से पहले 375 किमी की दूरी तय करेगी।

वायनाड के सांसद राहुल गांधी दक्षिणी राज्य में पार्टी के प्रचार के दौरान खेल, व्यवसाय और मनोरंजन क्षेत्रों की हस्तियों और विभिन्न समुदायों के बुद्धिजीवियों व नेताओं से मिलते रहे हैं। राहुल गांधी ने केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में मैराथन वाक की थी। तेलंगाना राज्य कांग्रेस ने यात्रा के समन्वय के लिए 10 विशेष समितियों का गठन किया है। राहुल गांधी को मल्लिकार्जुन खड़गे की ताजपोशी के लिए दिल्ली जाना पड़ा था। इसलिए यात्रा रुक गई थी! 

उधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव के फार्मूले ने बीजेपी के राजनीतिक जहाज को रोकने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने के प्रयास को और धार दी जा रही है लालू यादव का मानना है कि यदि बीजेपी को 2024 के लोकसभा चुनाव में रोकना है तो कांग्रेश को केंद्र में रखकर सभी पार्टियों को एकजुट होना पड़ेगा जो इस अभियान में शामिल नहीं होगा मान लिया जाएगा वह बीजेपी की बी टीम है! 

विपक्षी पार्टियों एकजुट होने की आशंका और महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की नाराजगी का प्रभाव 2024 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है! इसी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी नए अवतार के रूप में मंदिर मंदिर जाकर हर एंगल से पूजा पाठ के साथ लोगों को संदेश देना चाहते हैं कि लोगों की समस्या से छुटकारा भगवान ही दिला सकते हैं! यह बात लगभग सही है कि बिना ईश्वर की मर्जी से पत्ता तक हिलता है, लेकिन भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि कर्म प्रधान है और कर्म ही सच्चे मनुष्य का धर्म है! 


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