कोई टाइटल नहीं

[10/22, 3:51 PM] Yaduraaj: अमित शाह को रानजीति का चाणक्य कहा जाता है। उन्होंने भाजपा को विश्व का सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनाई। उन्होंने भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर सदस्यता अभियान चलाया, जिसने एक साल के भीतर ही 10 करोड़ का आंकड़ा पार कर लि
अमित शाह की जिंदगी से जुड़े अनजाने किस्से
मौजूदा समय में शाह-मोदी की जोड़ी का तोड़ विपक्षी दलों में से किसी के पास भी नहीं है।
अमित शाह के परिवार का राजनीति से कोई लेना देना नहीं था। उनके पिता एक बड़े व्यापारी थे। शाह बचपन में आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। पढ़ाई के दिनों में उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के साथ भी काम किया।
पीएम मोदी के साथ शाह की पहली मुलाकात 1982 में अहमदाबाद में हुई थी। उस समय मोदी आरएसएस के प्रचारक थे 
साल 2002 में जब गुजरात में नरेन्द्र मोदी मुख्यमंत्री बने उन्होंने शाह को अपने मंत्रिमंडल में जगह दी। उन्हें कई बड़े मंत्रालयों की कमान सौंपी गई।
अमित शाह पर 2010 में सोहराबुद्दीन फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगा। उस समय वे गुजरात के गृह मंत्री थे। मामला इतना बढ़ा कि उन्हें इस्तीफा तक देना पड़ा । उन्हें गिरफ्तार भी किया गया। हालांकि बाद में सबूतों के अभाव में उन्हें बरी कर दिया गया।
शाह के कुशल प्रबंधन और अचूक रणनीति का नतीजा था कि भाजपा ने 2014 में उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 73 पर जीत दर्ज की थी।
मौजूदा समय में शाह-मोदी की जोड़ी का तोड़ विपक्षी दलों में से किसी के पास भी नहीं है।

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