भारत देश महान रहा है और रहेगा यहां वीर ही जन्म लेते हैं! उत्तर प्रदेश के सैफई इटावा में एक साधारण किसान परिवार माँ मूर्ति देवी और पिता सूघर सिंह यादव के घर में 22 नवंबर 1939 को ऐसे अंश का अवतार हुआ जिसका नाम मुलायम सिंह यादव पडा!
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव राष्ट्रवाद लोकतंत्र समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत में अटूट आस्था थी!
भाजपा नेता पूर्व मंत्री राजीव प्रताप सिंह मोती सिंह मुलायम सिंह के निधन से समाजवादी के प्रमुख स्तंभ एवं संघर्षशील युग का अंत हुआ! प्रभु दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे !
सपा विधायक रानीगंज डॉक्टर आरके वर्मा ने सपा के पुरोथा हम सब के संरक्षक नेता जी के निधन से सदैव रविता है ईश्वर श्रद्धेय नेताजी की पुण्य आत्मा को सद्गति प्रदान करें!
सपा विधायक पट्टी राम सिंह पटेल ने अपने शोक संदेश में लिखा की नेताजी हमेशा शोषित व गरीबों दबे कुचले लोगों की लड़ाई लड़ी! उनके आशीर्वाद से पहले ही पहली बार वर्ष 2012 में पट्टी से टिकट मिला और विधायक निर्वाचित होने में सफलता मिली थी!
अपने जीवन की लंबी पारी खेलने के बाद जिंदगी और मौत की जंग लड़ते हुए गुरुग्राम के मांधाता अस्पताल में सोमवार 10 अक्टूबर 2022 को 8:16 पर अंतिम सांस लेकर इस मृत्युलोक को अलविदा कह दिया और ईश्वर के श्रीचरणों में शरण ली! मुलायम सिंह यादव अपने पांच भाई बहन रतन सिंह यादव शिवपाल यादव अभय राम यादव राजपाल सिंह यादव और बहन कमला देवी से बड़े थेअ!
अपने राजनीतिक गुरु चौधरी नत्थूसिंह को मैनपुरी में आयोजित एक कुश्ती-प्रतियोगिता में प्रभावित करने के पश्चात उन्होंने नत्थूसिंह के परम्परागत विधान सभा क्षेत्र जसवन्त नगर से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। मुलायम सिंह यादव आपने पीछे एक हरा भरा राजनीति से प्रेरित परिवार उत्तर प्रदेश की जनता को देकर गए हैं जो हमेशा शोषित पीड़ित वर्गों के हितों की लड़ाई लड़ता हुआ अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाएगा! मुलायम सिंह यादव के शीघ्र स्वास्थ्य होने के लिए सपा के कई कार्यकर्ताओं ने अपनी किडनी तक दान देने के लिए कहा था!
आज शोक संतप्त परिवार को सांत्वना और ढांढस बधाने के लिए शोक संवेदना व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री गृह मंत्री रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री शोक संदेश भेज कर शोक संतप्त परिवार को इस दुख को सहन करने के लिए ईश्वर से दुआ की है और नेता जी को ईश्वर के श्री चरणों में स्थान मिले इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना की है! राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने शोक संवेदना व्यक्त की है! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुख की घड़ी में 3 दिन राजकीय शोक की घोषणा की है! 11 अक्टूबर को मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई इटावा में 3:00 बजे अंतिम संस्कार का समय निर्धारित किया गया है! इसके पहले उनके पार्थिव शरीर को दर्शनार्थ के लिए रखा जाएगा!
मुलायम सिंह यादव राजनीति शास्त्र में m.a. और बीटी करने के बाद इंटर कॉलज में प्रवक्ता के पद पर नियुक्त हुए! मुलायम सिंह यादव पहलवानी में भी महारत हासिल किया! उनका विवाह एक साधारण किसान परिवार की बेटी मालती देवी से हुआ जिनसे एक संतान हुई जिनका नाम अखिलेश यादव पड़ा! अखिलेश यादव का विवाह डिंपल यादव से हुआ जिनके दो संताने अर्जुन और बेटी आदित्य यादव हैं और दूसरी शादी साधना गुप्ता से की उनके बेटे प्रतीक यादव का विवाह अपर्णा यादव से हुआ जो आज भाजपा में शामिल हैं!
मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल यादव सक्रिय राजनीति में रहते हुए लोक निर्माण मंत्री बने ! और चचेरे भाई रामगोपाल यादव भी राजनीति में सक्रिय है! मुलायम सिंह यादव ने विधायक का चुनाव सोशलिस्ट पार्टी और प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से लड़कर जीता जसवंतनगर और इटावा की सहकारी बैंक में निदेशक चुने गए! मंत्री बनने के लिए 1977 तक इंतजार करना पड़ा! चौधरी चरण सिंह ने विधान परिषद में मनोनीत करवाया जहां प्रतिपक्ष के नेता बने! 1996 में मैनपुरी से लोकसभा सदस्य चुने गए! एच डी देवगौड़ा वाली सरकार में रक्षा मंत्री बने! मुलायम सिंह यादव राष्ट्रवाद लोकतंत्र समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों में अटूट विश्वास रखते थे! मुलायम सिंह यादव भारतीय भाषाओं और संस्कृति व शोषित पीड़ित वर्गों के हितों के लिए हमेशा प्रयास करते रहे! मान सिंह यादव को धरती पुत्र मुलायम कहा गया है मुलायम सिंह यादव हमेशा ही किसानों के पक्ष में रहते थे यहां तक का की सबसे पहले किसान कर्ज माफी की घोषणा मुलायम सिंह यादव ने ही की अस्पतालों में ₹7 का पर्चा हो गया था जिसको मुख्यमंत्री बनते हुए थे ₹1 का किया जो आज भी चल रहा है हमेशा ही गरीब पीड़ित शोषित वर्गों की बात उठाते रहे!
1967 में पहली बार विधानसभा सदस्य चुने गए और मंत्री बने! 4 अक्टूबर 1992 में सपा पार्टी बनाई!
5 दिसंबर 1989 से 24 जनवरी 1991 तक और 5 दिसंबर 1993 से 3 जून 1996 तक इसके बाद 29 अगस्त 2003 से 11 मई 2007 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने! मुलायम सिंह यादव की खासियत थी कि वह अपने क्षेत्र की किसी भी सीट पर कम से कम 50 लोगों का नाम लेकर बुलाने की क्षमता थी यह बहुत ही कम नेताओं में होता है! मुलायम सिंह यादव दोस्ती और दुश्मनी पूरे मनोयोग से करते थे ! रक्षा मंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि हमें पाकिस्तान से कम और चाइना से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है!
मुख्यमंत्री योगी ने श्रद्घांजलि देते हुए कहा कि मैं प्रदेश शासन और प्रदेशवासियों की ओर से स्वर्गीय मुलायम सिंह को श्रद्घांजलि अर्पित करता हूं और शोक संतप्त परिजनों और समर्थको के प्रति भी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
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