आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए, राहुल गांधी ने बोली बड़ी बात

 


गांधी जी ने कहा था कि जब कोई एक गाल पर चांटा मारे तो दूसरा गाल कर देना चाहिए! ऐसा ही राहुल गांधी ने एक पत्रकार से कहा कि सवाल पूछना है तो सवाल पूछो! गाली देना है तो गाली दे दो, हम बुरा नहीं मानेंगे! ऐसे विचार राहुल गांधी को महान बनाते हैं! इससे भी बड़ी बात राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के प्रायोजित जय  श्रीराम के नारे में आदिशक्ति माता सीता को भगवान राम से अलग कर त्रेता युग से चली आ रही परंपरा का पालन नहीं किया! परंपरा रही है कि पहले आदिशक्ति ( माता पार्वती माता सीता और राधा रानी) का नाम लेते हैं और पूजा करते हैं उसके बाद राम कृष्ण अन्य देवी देवताओं के नाम लेते हैं! 

हमने साधु संतों और ऋषि-मुनियों से जय सियाराम, राधे राधे सुना है जिसमें पहले सीता जी और राधा जी आई हैं उसके बाद राम और कृष्ण का नाम आया है लेकिन जय श्रीराम में आदिशक्ति माता सीता का नाम नहीं है! मैं उन अनजान अंध भक्तों को यह बताना चाहता हूं कि यदि धार्मिक होकर समाज के नियमों के अनुसार रहना है तो अपने धर्म को जान ले और पढ़ ले ज्यादा कुछ नहीं तो कम से कम रामचरितमानस को जरूर ठीक से पढ़ ले! एक चौपाई है बिनु पग चले सुने बिनु काना! बिन कर कर्म करें विधि नाना अर्थात निराकार ब्रह्म के बारे में बताया गया है! इस चौपाई में मंदिर की कोई चर्चा नहीं की गई है! 

3500 किलोमीटर कन्याकुमारी से लेकर जम्मू तक इतनी लंबी भारत जोड़ो यात्रा मेहन करने वाले और आम आदमी के लिए बड़ी बात है और उसमें भी सबसे बड़ी बात यह है कि ऐसे आदित्य पुरुष जिसका बचपन से लेकर 50 साल तक राजघराने में पालन-पोषण हुआ हो वह आज भारत के गरीब, मजदूर बेरोजगार, किसान, नौजवान की समस्याओं को लेकर और समाज में फैल रहे नफरत को मिटाने के लिए पैदल चलकर सदाभाऊ फैलाने का काम कर रहा हो यह तो साधारण पुरुष की बात नहीं हो सकती!  

बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (rbi) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में  राजस्थान के सवाई माधोपुर में शामिल हुए थे! पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने संकेत दिया कि यह "निम्न मध्य वर्ग" की पीड़ाओं को संबोधित करने का तरीका भी हो सकता है!

 सोशल मीडिया पर शाम तक एक और क्लिप वायरल हो रही थी, जिसमें आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन गांधी के साथ बैठकर चर्चा कर रहे थे! राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "किसान और गरीब मिलकर एक भारत बनाते हैं, फिर 5-10 लोगों का एक समूह दूसरे भारत का निर्माण करता है." डॉ रघुराम राजन ने जवाब दिया, "जो बीच में फंस गए हैं, निम्न मध्यम वर्ग को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है." कहा,"लोगों ने अपनी नौकरी खो दी, बेरोजगारी बढ़ रही है! ऋण भी बढ़ रहे हैं, क्योंकि वे ऋण ले रहे हैं, रुचियां बढ़ रही हैं! चाहे राजनीतिक दल जो भी कर रहे हों - भारत को जोड़ना है (मिशन भारत को एक साथ लाना है)! कौन सा घर जब भाई लड़ रहे हों तो खड़े हो सकते हैं! बाहरी सुरक्षा के लिए आपके पास आंतरिक सद्भाव होना चाहिए, " 

इसके बाद भाजपा के अमित मालवीय ने एक तंज कसते हुए ट्वीट किया!जिसमें कहा कि आरबीआई के पूर्व गवर्नर "खुद को अगला मनमोहन सिंह मानते हैं" और भारतीय अर्थव्यवस्था का उनका चित्रण "रंगीन और अवसरवादी" था! अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री डॉ राजन को 2013 में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा आरबीआई पद के लिए भर्ती किया गया था! उन्होंने 2016 में भाजपा के सुब्रमण्यम स्वामी के तीखे हमलों के बीच दूसरा कार्यकाल मांगे बिना पद छोड़ दिया! 

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