ट्रक ने श्रद्धालुओं से भरी ट्राली में मारी टक्कर 10 की गई जान 36 श्रद्धालु घायल

 

सीतापुर अटरिया के टिकौली गांव के चुन्नीलाल पत्नी कोमल और परिजनों के साथ ट्रैक्टर ट्राली से इटौंजा के उरई गांव स्थित दुर्गा मंदिर में मनौती मांगने जा रहे थे सुबह लगभग 10:00 बजे इटौंजा के असना स्थित गद्दी पुरवा में ओवरटेक करते समय ट्रक ने श्रद्धालुओं से भरी ट्राली में टक्कर मार दी जिससे ट्रैक्टर ट्राली तालाब में पलट गई!एक बड़ी दुर्घटना के बाद ट्रक चालक कक्षा में फरार है और ट्रैक्टर  चालक भी फरार है! 

ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना देने के बाद बचाव कार्य शुरू करते हुए 13 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया! मौके पर पहुंची पुलिस एसडीआरएफ टीम ने बाकियों को बाहर निकाला मरने वालों में महिलाएं और लड़कियां थी! हादसे के बाद डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, डीएम, आईजी रेंज समेत अन्य अफसर मौके पर पहुंचे! प्रशासन ने सभी मृतकों को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से ₹4 लाख रूपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है! लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार के मुताबिक रेस्क्यू ऑपरेशन कराया गया! इस बीच 37 लोगों को सुरक्षित निकाला गया और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया! जिनमें 36 लोगों को देर शाम छुट्टी दे दी गई! घायलों को उनके घर तक बस की व्यवस्था भी कराई गई जिलाधिकारी ने कहा कि त्योहारों के समय बड़ी संख्या में लोग ट्रैक्टर ट्राली से दर्शन करने आते जाते हैं! अब ट्रैक्टर ट्राली चालकों की काउंसलिंग कराई जाएगी! लगभग 2:00 बजे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक पहुंचे और मृतकों के परिजनों से सीएचसी पर मुलाकात की! उनको ढांढस बंधाया साथ ही प्रशासन से घटना की पूरी रिपोर्ट तलब की! इसके बाद उप मुख्यमंत्री हादसा स्थल पर भी गए! जहां ग्रामीणों को राहत कार्य में मदद करने के लिए धन्यवाद दिया! उधर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हादसे पर शोक जताया ट्विट कर संवेदनाएं व्यक्त की कहा कि इटौंजा क्षेत्र में हुए हादसे के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ है! शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं! साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं!

इस सहृदय विदारक घटना से परिवहन विभाग के अधिकारी बेखबर रहे! डिप्टी सीएम व डीएम के पहुंचने के बाद परिवहन विभाग के अधिकारी नींद से जागे! उधर , भाकियू  (राजू गुप्ता गुट) के पदाधिकारियों ने सीएससी में इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया! स्वास्थ्य कर्मियों से मारपीट की नौबत आ गई! एसपी हृदेश कुमार ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को शांत करवा दिया! उनका आरोप है कि स्वास्थ्य कर्मी ड्यूटी की जगह एसी कमरे में आराम कर रहा था जबकि सीएससी अधीक्षक एके दीक्षित ने कहा कि उक्त कर्मचारी ड्यूटी करके आराम कर रहा था! 

यहां शासन प्रशासन की लापरवाही भी उजागर होती है गद्दी पुरवा गांव के पास तालाब और सड़क के बीच पटरी नहीं है कुछ पटरी बची वह भी बारिश में बह गई! तालाब किनारे झाड़ियों और खरपतवार से वाहन चालको और राहगीरों को यह पता नहीं चल पाता कि सड़क और तालाब के बीच झाड़ियां हैं! इसके पहले कई हादसे हो चुके हैं! 1 माह पहले इटौंजा पांडे टोला के दो युवक तालाब से कुछ दूरी पर ट्रक से टकरा गए थे इसमें एक की मौके पर ही मौत हो गई थी, इटौंजा थाने पर तैनात रहे एसआई रामबरन की सरकारी जीत भी इसी तालाब के पास हादसे का शिकार हुई थी! कुछ माह पहले इटौंजा पुलिस का एक सिपाही भी बाइक से यहां हादसे का शिकार हो चुका है! इसके बाद भी शासन प्रशासन ने इसको गंभीरता से नहीं लिया इसलिए आज इतनी बड़ी दुर्घटना हो गई जिसमें 10 लोगों की जान चली गई! 

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