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 बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दल और दिल जोड़ों के साथ ही कांग्रेस की 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरने वाली 3:30 हजार किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत बुधवार को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हो गई!


 इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि आजादी के इतने सालों बाद भी सिर्फ कांग्रेसी नहीं करोड़ों लोग भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत महसूस कर रहे हैं! यात्रा को भारत के लोगों की आवाज को सुनने के लिए डिजाइन किया गया है हम संघ और भाजपा की तरह लोगों की आवाज को दबाना नहीं चाहते! राहुल गांधी ने कहा कि तिरंगा हर धर्म राज्य और भाषा से जुड़ा है आज भाजपा और आरएसएस के निशाने पर है! देश को धर्म और भाषा के आधार पर बांटा जा रहा है भारत जोड़ो यात्रा को लेकर हुई रैली में राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा का मकसद लोगों की आवाज को सुनना चाहते हैं दबाना नहीं चाहते हैं यात्रा प्रतीकात्मक रूप से बुधवार को कन्याकुमारी से बुधवार को प्रतीकात्मक रूप से शुरु हो गई! यात्रा से पहले राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि अपने पिता को नफरत और विभाजन की राजनीति में खो दिया था अब मैं अपने प्यारे देश को इसके चलते नहीं खोना चाहता हूं! राहुल गांधी ने बुधवार को श्रीपेरंबदूर स्थित पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की समाधि पर प्रार्थना सभा में शामिल हुए राजीव गांधी यहीं पर 21 मई 1991 में एक आत्मघाती हमला में मृत्यु हो गई थी! सभा के बाद राहुल ने ट्वीट किया कि नफरत पर प्यार की जीत होगी आशा भय को परास्त नहीं करेगी हम सब मिलकर विजय हासिल करेंगे! 

पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा के बयानों से लोगों को लगता है कि नीतीश कुमार के दिल जोड़ो दल जोड़ो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शिक्षा और मोहल्ला क्लीनिक की सफलता को लेकर बीजेपी चिंतित दिखाई पड़ती है! इसी को लेकर बीजेपी ने देश के 14500 स्कूलों के कायाकल्प को पीएम श्री योजना के तहत कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई! बीजेपी नेताओं के बयान पर भड़के छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने हेमंत विश्व शर्मा के बयान को बचकाना करार दिया! कहा कि भारत पहले से जुड़ा है हम कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक एक हैं! 1947 के बंटवारे में पाकिस्तान अलग मुल्क बना था फिर बांग्लादेश अस्तित्व में आया! 

भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी किस पर पड़ेगी भारी, उद्धव ठाकरे जैसा हाल बिहार में ना हो इसलिए राजनीति की अच्छी जानकारी और बड़े अनुभव के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी को दूध की मक्खी की तरह निकाल कर फेंक दिया और तय किया कि हम सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाएंगे और 2024 के लोकसभा चुनाव ने बीजेपी को हाफ सेंचुरी से नीचे सीटो पर समेटने की भरपूर कोशिश करेंगे उसी कड़ी में नीतीश कुमार लगभग सभी विपक्षी दलों के नेताओं से दल जोड़ो और दिल जोड़ों के साथ मिल रहे हैं जिसकी स्क्रिप्ट लिखने वाले और अपने उसूलों से समझौता न करने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव कर रहे हैं! इसमें जनता ने भी तय किया है जो भी विपक्षी दल एक साथ नहीं रहेगा माना तो जाएगा कि वह  बीजेपी का एजेंट है और कहीं ना कहीं भ्रष्ट है इसीलिए ईडी सीबीआई और आयकर से डर, कर विपक्षी एकता में शामिल नहीं हो रहा है! 



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