अपने सुथी श्रोताओं को और वीडियो देखने वाले दर्शकों को जय सियाराम राधे राधे, आदाब अर्ज, अस्सलाम वालेकुम
लखनऊ के बीकेटी में बुजुर्ग महिला को ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझ कर रोक लिया! पूछताछ करने लगे यह देखकर किसी जागरूक ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दे दी! इस मामले में सीओ बीकेटी नवीना शुक्ला के मुताबिक रविवार शाम को सूचना के आधार पर एक बुजुर्ग महिला को ग्रामीणों ने नवी कोट नंदना में बच्चा चोरी के संदेह के आधार पर रोक रखा है! कहीं बुजुर्ग महिला बच्चा चोरी की अफवाह शिकार ना हो जाए इस पर पीआरबी मौके पर पहुंच गई और लोगों को समझा-बुझाकर महिला के सामान की जांच में 10 12 जोड़ी चप्पल मिली! इसके बाद महिला से उसके घर का पता पूछा और लोकेशन लेने लगी इस बीच बुजुर्ग महिला का बेटा उन्हें तलाशता हुआ पहुंच गया! पुलिस के मुताबिक महिला का नाम केश कली है! वह मड़ियावा इलाके में परिवार के साथ रहती है!
बीजेपी नेता चुनाव में चाहे जितने दावे किया हो और आज भी योगी साहब का बुलडोजर चुनिंदा और गरीब लोगों पर चल रहा है! जबकि प्रदेश में कई बड़े माफिया, भू माफिया हैं लेकिन उनके घर पर बुलडोजर नहीं चलाया जा रहा है! राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार 2017 के पहले की अपेक्षा योगी सरकार में अपराध बढ़े हैं! चाहे लड़कियों के साथ हो या फिर महिलाओं के साथ बुजुर्ग बच्चों के साथ होने वाले अपराधों में बढ़ोतरी आई है! अब हम आज बात करेंगे सिर्फ लखनऊ जिले की जहां पर 14 दिन में 15 बच्चों ने घर छोड़ा
181 वन स्टॉप सेंटर और चाइल्ड से प्राप्त आंकड़े हैं की बच्चों को टीका टिप्पणी रास नहीं आ रही है और न ही पढ़ाई भा रही है! इसी को लेकर राजधानी में बच्चों के घर छोड़ने के मामले बढ़ते जा रहे हैं! बीते 2 हफ्ते में 15 बच्चों ने घर छोड़ा है! इसमें 9 लड़कियां हैं यदि पुलिस में दर्ज मामलों को खंगाला जाए तो यह संख्या कहीं ज्यादा होगी! 181 वन स्टॉप सेंटर प्रभारी अर्चना सिंह ने कहा कि विगत 1 हफ्ते में हमारे यहां रेलवे चाइल्डलाइन आलमबाग पुलिस और सिटी चाइल्डलाइन से लड़कियों को लेकर आई है! इनमें से एक आजमगढ़ के किसान की बेटी है तो दो सहेलियां रायबरेली से आई हैं दोनों के ही पिता निजी कंपनी में कार्यरत थे! इनके अलावा अलीगढ़ से भी लड़कियां आई है! घर छोड़ने का किसी ने कारण पढ़ाई में मन ना लगना तो किसी ने रोक टोक पसंद न होना बताया है! इन सब की उम्र 13 से 15 साल के बीच है! दो को छोड़कर बाकी को सीडब्ल्यूसी के आदेश पर घरवालों के हवाले कर दिया गया है!
चाइल्डलाइन निदेशक डॉ संगीता शर्मा ने बताया कि 2 हफ्ते में 9 बच्चे चाइल्डलाइन को मिले हैं सभी लखनऊ के निर्धन और सामान्य परिवारों के हैं! सभी स्कूल जाते हैं इनमें से 6 लड़के हैं जिनकी उम्र 16 से 17 साल है! सभी का कहना है कि टोका टोकी पसंद ना होने से घर छोड़ा है उधर एक 13 साल की लड़की इसलिए छिप गई कि रोजाना स्कूल से आते वक्त कुछ लड़के उसका पीछा करते थे बाद में वह कहीं भटक गई! चाइल्डलाइन को एक 8 साल की लड़की भी मिली वह भी रास्ता भटक गई थी!
इस बारे में मनोचिकित्सक डॉक्टर आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि बढ़ती घरेलू हिंसा और मोबाइल की भूमिका मैं बच्चों पर गहरा असर डाल रही है! अभिभावकों को इस पर ध्यान देना होगा! इसी तरह हाथ में मोबाइल का ज्यादा रहना घरवलों से बातचीत कम होते चले जाना भी बच्चों की मानसिकता को बदल रहा है!
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