भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर नामीबिया से लाए गए 8 चीते अपना मनपसंद भोजन हिरण का मांस खाएंगे! इसको लेकर बीजेपी के अपने कुछ नेताओं ने विरोध भी किया है! चीतो को खाने में हिरण परोसने पर भड़का बिश्नोई समाज, प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा गया और रोक लगाने की मांग की गई!
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी कहा था कि जीवो पर दया करो! आरएसएस और सावरकर की विचारधारा को मानने वाले बीजेपी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को कितना मानती है यह तो जगजाहिर है! यदि एक बार में गर्दन कट जाए तो इतना कष्ट शायद नहीं होगा जितना किसी को तड़पा तड़पा कर मारने से होता है! तडपा को मारना सबसे बड़ा पाप! यदि चीते को हिरण का शिकार करते देख लिया जाए तो जीवो पर दया करने वाले हर आदमी की रूह कांप जाएगी!
सबसे पहले यह जान लीजिए कि तेंदुए और चीते में क्या अंतर है! तेंदुए एक बड़ी बिल्ली है, लेकिन चीता नहीं है। 2. तेंदुए का एक वर्तमान दिन एशिया और अफ्रीका दोनों के जंगलों में प्राकृतिक वितरण होता है, लेकिन चीता मुख्य रूप से अपने वर्तमान वितरण के अनुसार एक अफ्रीकी मांसभक्षी हैं।, ऐसा नहीं है कि इसके पहले भारत में जीते नहीं लाए गए है! 1918 और 1945 के बीच लगभग 200 चीतों का आयात किया गया था।
एक समय भारत चीतों का घर कहां जाता था! आज़ादी के बाद से सारे चीते विलुप्त हो गए! बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी की पूर्व अध्यक्ष दिव्या भानु सिंह ने चीतों पर एक किताब लिखी है। इसे द एंड ऑफ ए ट्रेल - द चीता इन इंडिया कहा जाता है।अकबर के पास कई चीते भी थे। जिसका इस्तेमाल वह शिकार के लिए करता था।
कई रिपोर्ट्स ने तो यहां तक दावा किया है कि अकेले अकबर के पास एक हजार से ज्यादा तेंदुए थे। कार के लिए तेंदुओं का उपयोग करना शुरू कर दिया।
राजाओं ने चीतों को शिकार के लिए पकड़ना शुरू किया, उन्होंने कुत्तों और बिल्लियों की तरह चीतों को रखना शुरू कर दिया। इससे चीतों की प्रजनन दर गिर गई और उनकी आबादी लगातार घटने लगी।
अकबर के बेटे जहांगीर ने पाला परगना में तेंदुओं की मदद से 400 से ज्यादा हिरणों का शिकार किया था। अकबर ही नहीं, मुगल काल और उसके बाद के सभी राजाओं ने शिकार किया!
बीसवीं शताब्दी की शुरुआत तक, भारतीय तेंदुओं की आबादी घटकर सैकड़ों हो गई थी और राजकुमारों ने अफ्रीकी जानवरों का आयात करना शुरू कर दिया था। ब्रिटिश शासन के दौरान तेंदुओं का शिकार किया जाता था।

एक टिप्पणी भेजें
please do not comment spam and link