प्रथम महान शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाई जा रही! इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी का भी जन्मदिन मनाया जा रहा है

 


17 सितंबर वह महान तारीख है जब प्रथम शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाई जाती है साथ ही एक ऐसे महान नेता पीएम नरेंद्र मोदी का जन्मदिन महान भारत में मनाया जा रहा है जिसने कभी असफलता का स्वाद ना चाखा हो!

हां आपने सही सुना हम बात कर रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर बधाईयो का सोशल मीडिया से लेकर देश विदेश से तांता लगा हुआ है! इसी के साथ हम भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ स्वस्थ और दीर्घायु होने की ईश्वर से प्रार्थना करते हैं! 

 जब चाय बेची तो चाय की चुस्की के लोग दीवाने हो गए और बगैर नरेंद्र मोदी की चाय की चुस्की के लोगों का दिन नहीं कटता था! लोगों ने चाय वाले को मुख्यमंत्री बना दिया जो आदित्य मुख्यमंत्री के रूप में प्रसिद्ध हुए! हिंदुत्व की भावना लिए अपनी शेर जैसी दहाड़ के बल पर सीएम से पीएम बने नरेंद्र मोदी आज महान भारत के एसएससी प्रधानमंत्री हैं! 

पीएम नरेंद्र मोदी महान भारत के ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो अपनी अद्भुत आवाज से झूठी बात और जुमलो को भी सही साबित करने में महारत हासिल है! किसान आंदोलन को लेकर यह कहने वाले पीएम नरेंद्र मोदी कि हम एक फोन कॉल की दूरी पर है लेकिन 13 महीने चले किसान आंदोलन में 1 दिन भी आंदोलनकारी किसानों की समस्या को सुनने के लिए फोन पर बात नहीं की! नोट बंदी को लेकर चाहे जितनी परेशानियां लोगों को उठानी पड़ी है यहां तक लाइन में लगे बैंक उपभोक्ताओं में कुछ को वहीं पर नवजात शिशु को जन्म भी देना पड़ा! जिसको पूर्व सीएम सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खजांची नाम रख दिया! 

यह अलग बात है कि कोरोना के शुरुआत में चुनावी सभाएं होती रही और पंचायत चुनाव भी हुए है! जिसमें कई मतदाताओं और चुनावी ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी! पैदल चलने वाले लोगों को साधन के अभाव में अपनी जान गवानी पड़ी लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी के चाहने वाले आज भी कोई टीका टिप्पणी नहीं करते हैं मृतको के परिजनों के लिए 5 किलो राशन किसान सम्मान निधि और उनकी आय दोगुना करने की आशा के साथ ही 2022 तक सभी बेघर लोगों को  छत मिलना 2 करोड़ युवाओं को हर साल रोजगार देने के साथ ही अन्य बड़ी लोक लुभावनी योजनाओं की आस लगाए बैठे हैं! यह अलग बात है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गई 2022 की तारीख निकल गई है!

 राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा हो या फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव 2024 के पहले सभी विपक्षी नेताओं को एकजुट करने की योजना इसके बावजूद भी लोग यह कहते नहीं थकते की आएगा तो मोदी ही! 

यह अलग बात है कि मन चंचल होता है और मन की बात हमेशा पूरी नहीं होती है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा मन की बात करते हैं और अपने मन का कार्य पूरे भारत के लोगों से करा भी लेते है! ऐसा ईश्वर के आशीर्वाद से ही संभव है! 

चाहे स्वच्छ भारत का सपना हो जिसके तहत किए गए कार्य ने आज पूरे भारत में स्वच्छता का डंका बज रहा है लोग पान गुटखा खाने के बाद कूड़ा डस्टबिन में डालते हैं ! या फिर करोना काल में थाली बजाना घंटा बजाना हो या फिर आजादी के 75 साल होने पर आजादी का अमृत महोत्सव काल में हर घर में शान से तिरंगा लगाना हो जिसको लोगों ने बड़ी ही आस्था श्रद्धा और विश्वास के साथ अपने घरों की छतों पर तिरंगा लहराया! यह कार्य आदित्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही कर सकते थे! विपक्ष चाहे जितना ताकतवर क्यों ना हो लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी की आवाज के आगे सभी धराशाई हो जाते हैं! उनकी जनसभाओं में लोगों की भीड़ उनकी दीवानी हो जाती है! जहां जाते हैं वहां की भाषा और कल्चर को अपना बना लेते हैं कहते हैं कि मां गंगा ने हमें बुलाया है! 



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