कम्प्यूटर एण्ड इलेक्ट्रॉनिक मशीन इज ए सुपरकरकूलेटर जिसको कुछ नहीं मालूम होता है वह सिर्फ सॉफ्टवेयर पर काम करती है। जो सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर दिया जाएगा उसी के अनुसार परिणाम देगा। प्रोग्रामिंग में एक कमांड होता है गो टू। जो भी मिलेगा जहां भेजना चाहते हो वही ऑटोमेटिक जाता रहेगा। यह कमांड एक बार इंस्टॉल कर दिया जाएगा। हमेशा चलता रहेगा जब तक हटाया नहीं जाएगा।
प्रोग्रामिंग करने वाले जानकार सॉफ्टवेयर में हस गो टू कमांड को मात्र चंद मिनटों में ही बदल देंगे। वैसे भी चाहे एटीएम मशीन हो या फिर कोई भी इलेक्ट्रोनिक मशीन हो वह सिर्फ सॉफ्टवेयर पर काम करती है। सॉफ्टवेयर गलत नहीं होता है लेकिन मानव मस्तिष्क इतना बड़ा होता है कि वह अपने मन मुताबिक सॉफ्टवेयर में बदलाव कर अपने मनमुताबिक परिणाम ले सकता है क्योंकि सॉफ्टवेयर मनुष्य द्वारा ही निर्मित किया जाता है। इसलिए अज्ञानवश यह कहना पूरी तरह से निराधार है कि इलेक्ट्रॉनिक मशीनसुरक्षित है जिसमें कोई हेरफेर नहीं किया जा सकता है। मैं भी मानता हूं कि इक्ट्रॉनिक मशीन में कोई हेरफेर नहीं किया जा सकता है लेकिन जब खराब हो जाती है तो उसके हार्डवेयर में बदलाव करके नया हार्डवेयर लगा दिया जाता है। जब सॉफ्टवेयर निर्धारित प्रक्रिया के तहत कार्य में कोई गड़बड़ी होती है तो सॉफ्टवेयर में बदलाव करके ठीक कर दिया जाता है। यह करने के लिए जग जाहिर है कि इंजीनियर को बहुत कम समय लगता है।
सबको मालूम है कि साइबर क्राइम कितना बढ़ चुका है। जब लोग चंद मिनटों में किसी के खाते से पैसा उड़ा सकते हैं तो बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक मशीन में गड़बड़ी क्यों नहीं की जा सकती है। इस बात की हम पुष्टि नहीं करते हैं कि चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक मशीन में हेराफेरी की गई है लेकिन ऐसा लोगों ने बताया भी है कि इलेक्ट्रॉनिक मशीन एक सॉफ्टवेयर पर काम करती है जिसमें गो टू कमांड होता है इसके द्वारा मनचाहा परिणाम ले सकते हैं। मान लिया सॉफ्टवेयर में एक दे दिया जाए कि यदि राम शब्द मिले तो उसकी जगह श्याम कर दिया जाए इसके बाद कंप्यूटर या फिर इलेक्ट्रॉनिक मशीन ऑटोमेटिक जब जहां पर राम मिलेगा तो उसको श्याम ही कर देगा। यह कार्य किसी को दिखाई भी नहीं पड़ेगा। यह इंटरनल होता है और तब अपना कार्य करता रहेगा जब फिर उसमें बदलाव नहीं किया जायेगा। इसलिए यह कहना कि कम्प्यूटर या फिर इलेक्ट्रालिक मशीन में कोई गड़बड़ी नहीं की जा सकती है। एक बार जिस गाने की कैसेट लगा दी जाये वह तब बजता रहेगा जब तक समय पूरा न हो जाए या फिर दूसरी कैसेट न बदली जाए।
इलेक्ट्रानिक मशीन को यह नहीं मालूम है कि कमल वाले निशान के सामने का बटन दबाने से कमल की पर्ची देना यह तो प्रोग्रामिग के जानकार इंजीनियर द्वारा साफ्टवेयर बना दिया गया है। जब गणना होती है तो साफ्टवेयर ही आटोमैटिक कमल निशान अलग कर साइकिल का निशान अलग इसीतरह सभी निशान को अलग-अलग कर हर निशान को अलग अलग जोड़कर परिणाम दे देता है।
एक टिप्पणी भेजें
please do not comment spam and link