विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान जनता का जो अपार स्नेह एवं समर्थन समाजवादी पार्टी और गठबंधन दलों को मिला वह अभूतपूर्व था। बच्चे, बूढ,़े जवान, महिलाएं सभी का जनसभाओं और रोड-शो में उल्लास और उत्साह सराहनीय रहा है। सच तो यह है कि इस बार विधानसभा का चुनाव स्वयं जनता ने लड़ा। भाजपा का नेतृत्व हर चरण के मतदान के बाद से ही हताश, निराश और कुण्ठाग्रस्त दिखाई पड़ा है।
भाजपा प्रारम्भ से ही छल और षडयंत्र में माहिर पार्टी रही है। झूठ और फरेब उसकी राजनीति के पर्याय हैं। समाजवादी साथियों की सतर्कता से चुनावों को मुद्दों से भटकाने और लोगों को झूठे वादों से बहकाने में जब भाजपा को सफलता नहीं मिली तो वह चुनाव बाद भी कुप्रचार करने से बाज नहीं आ रही है। भाजपा अभी भी सŸाा के दुरूपयोग से ई.वी.एम. में बंद जनादेश को अपमानित और लांछित करने में लगी है। प्रायोजित एक्जिट पोल के नाम पर भाजपा समाजवादी साथियों का मनोबल तोड़ने का कुचक्र रच रही है।
यह तथ्य कैसे झुठलाया जा सकता है कि प्रदेश में किसान, नौजवान सभी भाजपा राज में उत्पीड़न के शिकार हुए है। नौजवानों को बेरोजगारी ने घेर रखा हैं। महंगाई और भ्रष्टाचार ने लोगों की कमर तोड़ दी है। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस ही नहीं खाद्य पदार्थ, तेल और फल-सब्जी तक के दाम आसमान छूने लगे हैं। भाजपा राज में विकास केवल कागजों में ही हुआ है, महिलाएं असुरक्षा में जी रही हैं। अपराधी तत्व सत्ता संरक्षण में बेफिक्र है। फर्जी एनकाउण्टर और हिरासत में मौतों की ढेरों शिकायतें मानवाधिकार आयोग में दर्ज है।
भाजपाई साजिशों को जनता ने अब तक सफल नहीं होने दिया और नहीं सफल होने देंगे। हर हाल में हमें अपना उत्साह और मनोबल बनाए रखना है। मुस्तैदी से मतगणना केन्द्रों पर हमें जीत का सर्टीफिकेट मिलने तक डटे रहना हैं। प्रशासन तंत्र पर भी निगाह रखनी है। हमारी आपकी थोड़ी सी सतर्कता ही प्रचंड बहुमत की सरकार का रास्ता प्रशस्त करने में भाजपा रोक नहीं पायेगी। अखिलेश यादव ने कहा कि ये फ़र्ज़ी एग्ज़िट पोल्स सिर्फ़ मतगणना को प्रभावित करने के लिए दिखाये जा रहे हैं लेकिन समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता किसी भी भाजपाई साजिश को सफल नहीं होने देने के लिए संकल्पित है।
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