बिहार के 10 जिलों में 7.65 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित

बिहार में बाढ़ का विहंगम दृश्य

नेपाल से छोड़े गए पानी और भारी बारिश से नदियों के जलस्तर बढ़ने के कारण अब राज्य के दस जिलों के 64 प्रखंडों की 426 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हो गई हैं। बाढ़ से इन पंचायतों की सात लाख 65 हजार आबादी प्रभावित हैं। 14 हजार राहत शिविर में।

आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्रुडु ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत और बचाव का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। प्रभावित जिलों में 192 सामुदायिक किचेन चलाए जा रहे हैं। जहां पर 80 हजार लोगों को रोझ भोजन कराया जा रहा है। सबसे अधिक दरभंगा में 122 और पूर्वी चंपारण में 27 सामुदायिक किचेन चलाए जा रहे हैं। विभिन्न जिलों में 28 राहत शिविर भी चलाए जा रहे हैं, जहां पर 13 हजार 800 बाढ़ पीड़ितों को रखा जा रहा है। जो जिले प्रभावित हैं, उनमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण और खगड़िया। 

उत्तर बिहार में बाढ़ का तांडव जारी, चंपारण में दो बांध टूटे, दर्जनों गांवों में मची तबाही लो

उत्तर बिहार की नदियों में उफान से बाढ़-कटाव के साथ ग्रामीणों के विस्थापन की समस्या और विकट होती जा रही है। गुरुवार को भी बागमती, गंडक, बूढ़ी गंडक सहित अधिकांश छोटी पहाड़ी नदियां भी कई जगहों पर लाल निशान से ऊपर बहती रहीं। बाढ़ का पानी घरों में घुसने से हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं। लोगों ने सामुदायिक भवन, स्कूल,बांध व एनएच पर शरण ले रखा है।  

बिहार में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण और कई जिलों में बाढ़ के कारण वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव को चुनाव आयोग ने स्थगित कर दिया है। चुनाव आयोग से इस संबंध में एक पत्र भी जारी किया गया है, जिसमें बताया गया है कि बिहार समेत देश के अलग-अलग राज्यों के 8 विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव को स्थगित कर दिया गया है। 

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