
हमने ज्यादातर सुना है की चाहे अन्य देने वाली मां हो या जन्म देने वाली पूरी तरह वहां सुरक्षा मिलती है।अक्सर देखा गया है कि मां को तो तकलीफ मिल सकती है लेकिन बच्चे को नहीं। लेकिन चीनी प्रोडक्ट कोरोना वायरस ने
वहां भी सेंध लगा दिया है। पुणे के ससून जनरल अस्पताल में भर्ती महिला ने बच्ची के जन्म से 1 सप्ताह पहले संक्रमण के लक्षण दिखे थे जन्म के बाद बच्ची को रोना फास्टिंग पाई गई चिकित्सा की भाषा में इसे वर्टिकल ट्रांसमिशन कहा जाता है अस्पताल के डीन डॉ मुरलीधर तांबे का दावा है कि देश में इस तरह का यह पहला मामला है।
वहां भी सेंध लगा दिया है। पुणे के ससून जनरल अस्पताल में भर्ती महिला ने बच्ची के जन्म से 1 सप्ताह पहले संक्रमण के लक्षण दिखे थे जन्म के बाद बच्ची को रोना फास्टिंग पाई गई चिकित्सा की भाषा में इसे वर्टिकल ट्रांसमिशन कहा जाता है अस्पताल के डीन डॉ मुरलीधर तांबे का दावा है कि देश में इस तरह का यह पहला मामला है।
डॉक्टर ने बताया कि जन्म के 3 दिन बाद बच्चे के बुखार के साथ सुस्ती की तकलीफ शुरू होगी रक्त की जांच से पता चला कि उसके शरीर में सूजन है इसके बाद बच्चे को न्यू नेटल इंटरव्यू केयर यूनिट में भर्ती किया गया 3 सप्ताह इलाज के बाद बच्ची पूरी तरह ठीक है ट्रांस समेत दुनिया के दूसरे देशों में इस तरह के इक्का-दुक्का मामले ही सामने आए हैं।
देश में संक्रमितओं का आंकड़ा 15 लाख के पास:
देश में संक्रमित लोगों की संख्या मंगलवार को 15 लाख के पार हो गई लगातार छठे दिन देशभर में 45 हजार से ज्यादा मरीज मिले हैं।
उत्तर प्रदेश में 3490 नए मरीज, 41 मरीजों की गई जान:
उत्तर प्रदेश में मंगलवार को 3490 कोरोना संक्रमित मिले जबकि 41 मरीजों की मौत हो गई। राजधानी में भी 247 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई और तीन की मौत हो गई प्रदेश में अब एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 27934 हो गई जबकि 44, 520 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है 1688 लोगों को मंगलवार को डिस्चार्ज किया गया। अब तक 1497 लोगों की मौत हुई है और कुल 74083 संक्रमित मिले हैं। अपर मुख्य सचिव सूचना व गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में सोमवार को 91830 नमूना समेत अब तक कुल 20,33,089 जांच की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जिसे भी संक्रमण की आशंका हो अपनी जांच किसी टेस्टिंग सेंटर पर जाकर जांच करा सकता है।
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