कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों को शहीद करने के मामले में मुख्य आरोपी व 5 लाख का इनामी गैंगस्टर विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर से गिरफ्तार होने के बाद एनकाउंटर में मारा गया। गिरफ्तारी से पहले और उसके बाद भी यह कयास लगाए जा रहे थे कि गैंगस्टर विकास दुबे का एनकाउंटर होना निश्चित है। शातिर दिमाग का धनी गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर से बचने के लिए जो चाल चली थी कि यूपी के बजाय मध्यप्रदेश में सरेंडर करने से एनकाउंटर से बच जाऊंगा, फिर भी मृत्यु ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। आखिरकार एनकाउंटर में मारा गया।
गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर मामले के घटनाक्रम को लेकर आम आदमी यह कयास लगा रहे थे कि एनकाउंटर होना लगभग तय है। इस घटनाक्रम को लेकर लोगों के मन में संदेह है कि किस तरह गाड़ी पलटी, कैसे मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे भागा और पुलिस पर फायरिंग की और फिर कैसे विकास दुबे को गोली लगी कहां पर मृत्यु हुई। खैर सवालों के जवाब तो आने वाले समय में लोगों को मिल ही जाएंगे।
अब यह चर्चा गर्म है कि बिकरू गांव में 8 पुलिस वालों को शहीद करने के मामले में अब तक जितने एनकाउंटर हुए हैं इतने ही आरोपी शामिल थे। या फिर अन्य आरोपियों की तलाश तेज कर गिरफ्तार करने के बाद जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा और न्यायालय द्वारा कठोर से कठोर सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। या फिर अन्य आरोपियों को भी एनकाउंटर मे ढेर कर दिया जाएगा।

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