पूर्व सांसद फूलन देवी की पुण्यतिथि पर अखिलेश ने दी श्रद्धांजलि

पूर्व सांसद फूलन देवी की पुण्यतिथि पर अखिलेश ने दी श्रद्धांजलि

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूर्व सांसद फूलन देवी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कहा कि फूलन देवी को इतने दर्द दिए गए थे कि उन्हें आम भारतीय नारी बनने के बजाय प्रतिशोध की भावना जागृत हो गई। जो लंबे समय तक समाज से इतर रहीं। नेता जी ने फूलन देवी की व्यथा को समझा और उन्हें राजनीति में लेकर आए थे। 


पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने पिछले दिनों अपने ट्विटर अकाउंट से ईरानी फिल्ममेकर की फूलन देवी पर बनी डॉक्यूमेंट्री का प्रोमो ट्वीट किया था। प्रोमो में फूलन को ऐसे महिला के तौर पर दिखाया गया है जो निम्न जाति में पैदा हुई थी और जिसे बिना किसी अपराध के मानसिक और शारीरिक पीड़ा झेलनी पड़ी।

प्रोमो में बहमई हत्याकांड को फूलन के प्रतिशोध के रूप में सही ठहराया है, जिसका सालों तक बंधक बनाकर मानसिक और शारीरिक शोषण किया गया था। ईरानी फिल्ममेकर की डॉक्युमेंट्री का प्रोमो साझा करने के साथ अखिलेश ने जाहिर तौर पर डॉक्युमेंट्री के सब्जेक्ट से सहमति जताई है। 

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 25 जुलाई को फूलन की पुण्यतिथि पर पूर्व सांसद फूलन देवी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पूर्व सांसद फूलन देवी को मुलायम सिंह यादव राजनीति में लेकर आए थे। फूलन मिर्जापुर से समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद बनी थीं। वह काची, बिंद, मल्लाह और निषाद समुदाय में काफी लोकप्रिय रहीं।

प्रदेश की भाजपा सरकार पर साधा निशाना

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहले भी अपने कई साक्षात्कारों और भाषणों में खुद को योगी सरकार के ओबीसी विरोधी चरित्र का शिकार साबित कर चुके हैं। वह साल 2017 में बीजेपी की जीत के बाद योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने पर विधानसभा को गंगाजल से धोने की घटना का खासतौर पर जिक्र करते हैं। अखिलेश यादव को लगता है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में जाति और धर्म महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे। अखिलेश यह भी नहीं भूले हैं कि योगी सरकार ने कैसे उनके कार्यकाल की परियोजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया था।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने कार्यकाल में हुए जनहित कार्य को भी जनता के सामने रखा। कहा कि सपा कार्यकाल में जो कार्य हुए हैं उनको जनता कई दशकों तक याद करती रहेगी। आगरा एक्सप्रेसवे, मेट्रो, स्टेडियम, मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने के साथ ही गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति व  शुल्क प्रतिपूर्ति के साथ लैपटॉप बांटे। जिससे उत्तर प्रदेश के गरीब तबके के छात्र भी डॉक्टर, इंजीनियर और प्रोफेसर बन सके। प्रदेश में जब से भाजपा सरकार आई है कई जनहित योजनाओं पर विराम लगाने के साथ ही कुछ का नाम बदल दिया है।

 इशारा किया कि खूंटा बदलने से गाय अधिक दूध नहीं देती।  कहा कि डायल 100 और 1090 पीड़ित को तत्काल उपलब्ध हो जाती थी अब या तो फोन उठेगा ही नहीं यदि उठ गया तो उस पर अमल होने में काफी देर हो जाती है।बेरोजगारी भत्ता समाजवादी पेंशन आदि से पात्रों को कुछ राहत मिलती थी जिसको भाजपा सरकार ने निष्क्रिय कर दिया या फिर बंद कर दिया।

सपा कार्यकाल में प्रदेश की बिजली समस्या को ध्यान में रखते हुए कई पावर हाउस लगाए गए जिनसे आज प्रदेश को बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश के किसान जो कर्ज में डूबे थे उनका कर्ज माफ कर किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराए गए जिससे किसान सस्ता कर्ज आसानी से ले सके और साहूकारों के पास जाने से बच सकें। किसानों की आय में बढ़ोतरी करने के लिए पशुपालन को बढ़ावा दिया गया। 

किसानों को भरपूर मात्रा में खाद, बीज और दवा उपलब्ध कराई गई। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कई योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया। गंभीर व असाध्य रोगों के इलाज के लिए गरीबों को 5 लाख तक की चिकित्सा खर्च उठाने का फैसला किया गया। साथ ही यदि किसान की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है परिवार के भरण-पोषण के प्रबंध किए गए। सड़कों को गड्ढा मुक्त किया गया। बेरोजगारी दूर करने के लिए छोटे व लघु उद्योगों बढ़ावा दिया गया।

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