अग्नीपथ योजना के तहत सेना में भर्ती के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की आच देश के 14 राज्यों तक पहुंच गई! 10 राज्यों में हिंसा प्रदर्शन के बाद शुक्रवार को विरोध के चलते बिहार में 14 ट्रेनें आग के हवाले कर दी गई! सिकंदराबाद स्टेशन पर ट्रेन को आग लगा रही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई ! उत्तर प्रदेश बिहार दिल्ली हरियाणा हिमाचल उत्तराखंड मध्य प्रदेश जम्मू कश्मीर झारखंड और राजस्थान में भी बवाल जारी रहा!
बिहार के उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के बेतिया स्थित आवास पर , अग्नीपथ का विरोध कर रहे लोगों ने हमला कर दिया! प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल के घर एवं उनके पेट्रोल पंप पर भी हमला किया गया! लोरिया के भाजपा विधायक विनय बिहारी की गाड़ी पर भी हमला हुआ!
अग्नीपथ के रास्ते तीनों सेनाओं में अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया को तत्काल वापस लेने की मांग की गई है! शुक्रवार को युवा शक्ति संगठन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रतिनिधि राघवेंद्र शुक्ला को एक ज्ञापन सौंपा! युवा शक्ति संगठन के गौरव सिंह ने कहा कि कोविड-19 के दौरान सेना भर्ती बाधित होने से बड़ी संख्या में युवा वर्ग सेना भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने से वंचित रह गया है! ऐसे में उनकी भावनाओं कका ख्याल रखना चाहिए!
थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के अनुसार 2 दिन के भीतर अधिसूचना जारी कर दी जाएगी! मकसद यह है कि इस साल दिसंबर में अग्निवीरों के पहले बैच के ट्रेनिंग शुरू हो जाए!
युवा मंच के बैनर तले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्वीट कर अग्निपथ योजना वापस लेने की अपील की गई है! मंच के संयोजक , राजेश सचान ने कहा कि सेना में 4 साल अवध की संविदा भर्ती के विरोध में देशव्यापी विरोध जारी है! पूर्व सैन्य अधिकारी भी इस स्कीम के औचित्य पर सवाल खड़े कर रहे हैं!
उधर राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच ने केंद्र सरकार से अग्निपथ मामले में श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है! मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशांक शेखर सिंह पुष्कर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के प्रति देश के नौजवानों के मन में अविश्वास है! अग्नीपथ योजना के तहत तीनों सेनाओं में अग्नि वीरों की भर्ती को लेकर सरकार की मंशा न तो पारदर्शी है और न ही कोई ठोस न्यू पर आधारित है
शुक्रवार को केंद्रीय गृहमत्री अमित शाह ने कहा कि इससे बड़ी संख्या में युवाओं को लाभ होगा! केंद्र सरकार ने दो वर्ष सेना में भर्ती नहीं होने की वजह से उम्र सीमा में राहत देने की मांग को मान लिया है!
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अग्निपथ योजना को युवाओं के लिए सेना में सेवा देने का सुनहरा मौका है योजना को लेकर किसी प्रकार का संदेश ना करने के लिए भी कहा कि, नया मॉडल देश की रक्षा प्रणाली में शामिल होने के इच्छुक युवाओं के लिए एक सुनहरा मौका है! उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है वे अफवाहों के बजाय सेना में भर्ती की तैयारी पर जोड़ दें!
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के लोगों के आवाज नहीं सुनते उन्हें केवल अपने मित्रों की आवाज ही सुनाई देती है! पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा की 8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान' के मूल्यों का अपमान किया है। मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे। ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर' बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और 'अग्निपथ' को वापस लेना ही पड़ेगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान ने अग्निपथ योजना को सेना का अपमान बताया! उन्होंने कहा कि इससे पंजाब के युवाओं को बड़ा नुकसान होगा!
शुक्रवार को जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से अग्निपथ योजना की तुरंत समीक्षा करने की मांग की! उन्होंने कहा कि सरकार को को आश्वस्त करना चाहिए कि उनका भविष्य नई नीति से प्रभावित नहीं होगा!
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सेना में आयु सीमा 2 वर्ष बढ़ाने पर कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की युवाओं के प्रति संवेदनशीलता पता चलती है!
अग्निपथ के रास्ते तीनों सेनाओं में अग्नि वीरों की भर्ती को लेकर केंद्रीय मंत्री और पूर्व प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा कि केवल सेना के बजट के कारण ही नहीं बल्कि सामाजिक आर्थिक और भविष्य की चुनौतियों के लिए 2 साल की कवायद के बाद तैयार की गई है टेक्नोलॉजी की सोच को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने योजना जारी की है! कहां की अग्निपथ योजना में कुछ भी विवादित नहीं है! बल्कि विपक्षी युवाओं को उकसा कर बेवजह का विरोध कर रहा है!
उधर सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ के प्रति नौजवानों में काफी आक्रोश दिखाई दिया है! देश के भावी सैनी बलों पर बल का दुरुपयोग करके युवाओं का मनोबल गिराया जा रहा है! कई वर्षों से तैयारी कर रहे युवाओं को सेना में भर्ती के नाम पर 4 साल का धोखा देने वाली भाजपा सरकार के खिलाफ युवा शक्ति का एकजुट होना साबित करता है कि उनके सब्र का बांध टूट गया है! सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार को दिखाई नहीं दे रहा है! पिछले कई सालों से सेना में भर्ती नहीं हो पाई और जिनकी भर्ती हुई वह , कोविड-19 भावित हो गई! अब उन्हें निरस्त किया जा रहा है! इससे जो लोग पास हो चुके हैं जिनका मेडिकल हो चुका है उन्हें जीवनभर के लिए नौकरी मिली थी अब 4 साल के लिए मिलेगी यह घोर अन्याय है!
.jpeg)
.jpeg)
.jpeg)
.jpeg)
.jpeg)
.jpeg)
.jpeg)

एक टिप्पणी भेजें
please do not comment spam and link