जीएसटी को व्यापारियों के लिए (G) गम, (S) समस्या व (T) तनाव भरा बताते हुए पदयात्राओं के साथ ज्ञापन सौंपा

 


    समाजवादी व्यापार सभा के बैनर तले कानपुर व उन्नाव में जीएसटी के पांच साल होने पर जीएसटी को व्यापारियों के लिए (G) गम, (S) समस्या व (T) तनाव भरा बताते हुए पदयात्राओं के साथ ज्ञापन दिए गए। भाजपा सरकार से विसंगतिपूर्ण जटिल जीएसटी को व्यापारियों के अनुरूप सरल बनाने की मांग रखी गई।  

    समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश महासचिव अभिमन्यु गुप्ता के नेतृत्व में व्यापारियों ने कानपुर में भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी को प्रधानमंत्री व वित्तमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन दिया। सांसद निवास के बाहर व्यापारियों ने बैनर लेकर जीएसटी को श्रद्धांजलि देते हुए जीएसटी के पांच साल व्यापारियों के हाल बेहाल के नारे लगाए। उन्नाव में बाजार में पदयात्रा निकाली गई।

    श्री अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि अब तक जीएसटी में 1000 से ज्यादा संशोधन हो चुके हैं जिससे साबित होता है कि वर्तमान स्वरूप में जीएसटी बगैर सोचे समझे और अव्यवहारिक रूप से जबरदस्ती थोपी गई थी। ये जीएसटी का ही असर है कि छोटे मध्यमवर्गीय व्यापारी बर्बाद हुए तो कुछ चुनिंदा पूंजीपति एशिया व विश्व के सबसे अमीर लोग बन गए। 

    समाजवादी व्यापार सभा ने मांग की है कि व्यापारियों की सलाह व सहमति से जीएसटी को एक बार वृहद रूप से सुधार कर लागू करें ताकि जीएसटी सरल व व्यवहारिक बन सके। साथ ही मांग की गई कि वन नेशन वन टैक्स के वादे अनुसार पेट्रोल, डीजल, बिजली व गैस को भी जीएसटी में लाया जाए। पांच साल में जीएसटी से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए एक निष्पक्ष एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपे ताकि जीएसटी से हुए नुकसान या फायदे का असली आंकलन हो सके।

          

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