कन्हैया कुमार अखिल भारतीय छात्र परिषद और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व नेता व वर्तमान में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता हैं। वह 2015 में जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष पद के लिए चुने गए थे।
भारत का इतिहास रहा है कि यह देश वीरों का है! जहां मौका पड़ने पर हर मां का लाल देश की सेवा करने के लिए तैयार है! जिन वीर सपूतों ने देश को आजाद कराया था अग्निवीर नहीं थे और ना ही सेना के सैनिक थे सभी भारत मां के वीर सपूत थे और अपनी मातृभूमि के लिए हंसते हंसते फांसी के फंदे को चूम लिया था! आजादी के दीवाने वीर सपूतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह अपनी मां से मिलने के समय फोटोग्राफर कैमरा नहीं ले जाते थे! साथ ही देश के वीर सपूतों ने कभी भी प्रधानमंत्री की तरह माफी मांगना नहीं सीखा! फांसी के फंदे को स्वीकार किया लेकिन झुकना नहीं!
कन्हैया कुमार ने कहा कि बीजेपी मार्केटिंग एजेंट की तरह काम करती है! जिस तरह एजेंट अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए बहुत सारी अच्छाइयां बताते हैं उसी तरह पूरी बीजेपी भी हर प्रोडक्ट की तरह, तीनों सेनाओं में अग्नि वीरों की भर्ती को लेकर भी बहुत सारी अच्छाइयां गिना रहे हैं! बीजेपी समझती है कि कई दशकों पहले के बने नियम कानून संशोधित कर अपनी मनमर्जी के नियम कानून बनाया जाए! उसी को लेकर 3 नए कृषि कानून लाए जिसका किसानों ने 13 महीने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर वापस कराया!, नोटबंदी के समय कहां गया था कि भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा! आतंकवाद, नक्सलवाद खत्म हो जाएगा! जबकि हकीकत में कुछ भी नहीं बदला! जीएसटी को लेकर व्यापारी नाराज है! निजी करण को लेकर युवा और नौकरीपेशा वाले नाराज है! निष्क्रिय कर्मचारियों को सेवानिवृत्त से पहले रिटायरमेंट देने से नौकरीपेशा वाला नाराज हैं!
कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) ने कहा कि बिहार का बेरोजगारी दर दोगुना है! युवाओ से मौका छिना जा रहा है! उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पीएम हमलोगों को पिंजड़े में बंद चूहा समझते हैं. ये देश गांधी का देश है. उन्होंने कहा कि आर्मी भर्ती के खिलाफ अग्निपथ स्कीम को लेकर कांग्रेस आंदोलन का समर्थन कर रही है! इसके साथ ही कन्हैया कुमार ने युवाओं से हिंसा और आगजनी न करने की अपील भी की है! उन्होंने कहा कि देश की संपत्ति को न जलाएं!
कन्हैया ने कहा कि युवा 4 साल में रिटायर हो जाएगा तो उससे शादी कौन करेगा? 47 साल बाद सबसे ज्यादा बेरोजगारी मोदी सरकार में आई है! सवाल किया कि मोदी सरकार ने ऐसी योजना को लेकर पहले विपक्ष या युवाओं से क्यों नहीं पूछा? महज नौकरी नहीं है सेना! जब सेना में नौकरी मिलती है तो पूरे इलाके में उनका सम्मान होता है! देश की सुरक्षा का सवाल है इसे मजाक मत बनाइए!
कन्हैया कुमार ने कहा कि अभी तक तीनों सेनाओं में जो भर्ती प्रक्रिया थी उसमें क्या कमी थी उस प्रक्रिया के तहत आज 2 साल के बाद भर्ती करने में क्या परेशानी है! कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि वह तीनों सेनाओं में अग्निपथ के रास्ते भर्ती करने की प्रक्रिया को शीघ्र वापस ले!

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