जब भारत देश में संसाधन की कमी और अर्थव्यवस्था भी अच्छी नहीं थी उस समय गरीबों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए सब्सिडी अर्थात रियायत दी जाती थी! इसके साथ ही गरीब बच्चों को स्कॉलरशिप और शुल्क प्रतिपूर्ति की जाती थी लेकिन आज देश में हर तरफ टैक्स लिया जाता है! उसके बाद भी सब्सिडी रियायत या छूट में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाती है और कटौती की जा रही है! हम अच्छी सरकार का चयन इसलिए करते हैं कि जनता को जादू ज्यादा सुविधाएं मिलेंगी लेकिन सत्ता में पहुंचने के बाद वही जनप्रतिनिधि जनता की समस्याओं को भूल जाते हैं!
उपभोक्ताओं को पता नहीं और आधिकारिक बयान भी नहीं केंद्र सरकार घरेलू रसोई गैस सिलेंडर पर दी जाने वाली सब्सिडी 2 साल पहले ही खत्म कर चुकी है लेकिन खुलासा किया गया है पेट्रोलियम सचिव पंकज जैन ने बताया कि कोरोना की शुरुआत के बाद जून 2020 से ही रसोई गैस पर सब्सिडी नहीं दी जा रही है!
सरकार ने पेट्रोल पर सब्सिडी 2010 डीजल पर 2014 में खत्म कर दी थी! 2016 में केरोसिन पर भी सब्सिडी खत्म हुई थी! पेट्रोलियम सचिव पंकज जैन के अनुसार सिर्फ उज्जला योजना, योजना के 9 करोड़ पात्रों को ₹200 प्रति सिलेंडर की सब्सिडी है जिसकी घोषणा मई में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने की थी!
वही पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सब्सिडी को एसे डिजाइन किया जाता है कि धीरे-धीरे वह कम हो ना की बढे! रसोई गैस के दाम 6 माह में 7 फीसद बढ़े जबकि दाम तय करने के बेंच मार्क सऊदी सीपी में 43 फीसद बढ़ोतरी हुई है मजबूत नीतियों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव से हम अपने उपभोक्ताओं को बचाए रखते हैं!
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