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| दिल्ली.एनसीआर |
दिल्ली.एनसीआर में प्रदूषण से सांस संबंधी बीमारियां और खांसी से बढ़ी शिकायतें। इस मौसम में पहली बार हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हुई है। हवा की गति और तापमान कम होने के चलते प्रदूषक तत्त्वों के हवा में जमा होने से वायु गुणवत्ता मंगलवार सुबह बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान के नजदीकी क्षेत्रों में खेतों में पराली जलाने की घटना में बढ़ोतरी भी दिल्ली.एनसीआर में वायु गुणवत्ता को प्रभावित करने वाली है महानगर में सुबह 9.30 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 304 दर्ज किया। जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। सोमवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआइ 261 रहा, जो फरवरी के बाद से सबसे खराब है। यह औसत रविवार को 216 और शनिवार को 221 दर्ज किया गया था।
इस वर्ष मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर वायु प्रदूषण विरोधी अभियान (युद्ध प्रदूषण के विरूद्ध) शुरू किया है। सर्दियों में वायु प्रदूषण के उच्च स्तर से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की निगरानी के लिए दिल्ली सचिवालय में 10 सदस्यीय विशेषज्ञ टीम के साथ एक ग्रीन वार रूम बनाया गया है। पर्यावरण विभाग ने भी धूल नियंत्रण मानदंडों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। सरकार मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में धान के खेतों में पूसा बायो डीकंपोजर घोल का छिड़काव भी शुरू करने जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह 15 से 20 दिनों में फसल अवशेष को खाद में बदल सकता है और इस तरह से पराली को जलने से रोका जा सकता हैए जिसके जरिए वायु प्रदूषण को कम किया जा
सकता है।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि हवा की गुणवत्ता में गिरावट का कारण हवा की कम गति और कम तापमान हो सकता है जिसके चलते हवा में प्रदूषक जमा होने लगे हैं। उन्होंने कहा, ष्पड़ोसी राज्यों में भी पराली जलाने की घटना बढ़ गई है। इसके अलावा, वेंटिलेशन इंडेक्स कम है। वेंटिलेशन इंडेक्स वह गति है जिस पर प्रदूषक पदार्थ फैल सकते हैं। हवा की दस किमी प्रति घंटे से कम की औसत गति के साथ 6000 वर्गमीटर प्रति सेकंड से कम का वेंटिलेशन इंडेक्स प्रदूषकों के बिखरने बाकी पेज 8 पर के लिए प्रतिकूल होता है।
कोविड.19 महामारी और बढ़ सकती है: विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दिल्ली.एनसीआर में हवा की खराब गुणवत्ता के कारण वायु प्रदूषण बढ़ने से कोविड.19 महामारी और बढ़ सकती है। वायु प्रदूषण दिल्ली के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि हवा की गुणवत्ता में गिरावट का कारण हवा की कम गति और कम तापमान हो सकता है जिसके चलते हवा में प्रदूषक जमा होने लगे हैं।

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