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| गोंडा में राम जानकी मंदिर के पुजारी को मारी गोली, लखनऊ रिफर |
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्या खुद पुजारी हैं और पुजारियों के जानमाल की रक्षा करने की दृढ़ इच्छाशक्ति है तो गंभीरता पूवर्क विचार कर संपत्ति मामले के लिए नया कानून बनाना होगा। कहा गया है कि जर, जमीन और जोरू यह लड़ाई के मुख्य कारक हैं। यदि किसी की हत्या की जाती है तो इन बिन्दुओं पर कहीं न कहीं इसका असर दिखाई देगा। यह अलग बात है कि लीपापोती कर दिशा कहीं को मोड़ दी जाए, लेकिन सच्चाई यही है। लगभग सभी धार्मिक स्थलों के अधीन अकूत चल-अचल संपत्ति है। जिस पर भूमाफिया और बदमाशों की गिध नजर गड़ी हुई है। इस गिध नजर से साधू, पुजारी बच नहीं पा रहे हैं। पुजारियों को अपनी जान देकर इसकी कीमत चुकानी पड़ती है। यह एक धार्मिक स्थल का मामला नहीं लगभग सभी धार्मिक स्थलों पर अपराधी प्रवृत्ति के लोग निगाह गड़ाए बैठे हैं।
यूपी के गोंडा जिले में एक पुजारी पर जान लेवा हमला किया गया है। शनिवार रात को गोंडा में राम जानकी मंदिर के पुजारी सम्राट दास को गोली मार दी गई। डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया है। यह घटना इटियाथोक थाना अंतर्गत तिर्रे मनोरमा की है।
राजस्थान के बाद यूपी के गोंडा जिले में राम जानकी मंदिर के पुजारी सम्राट दास को शनिवार रात बदमाशों ने मंदिर परिसर में घुसकर गोली मार दी गई। डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया है। महंत सम्राट दास पर जमीन विवाद के चलते यह हमला किया गया हैद्य। यह भी बताया जा रहा है कि उन पर जमीन विवाद को लेकर पहले भी हमले हुए हैं। बदमाशों ने राम जानकी मंदिर मनोरम उद्गम स्थल के पुजारी को गोली मारी है। जानकारी के अनुसार रामविलास वेदांती मठ के संरक्षक हैं। सुरक्षा के नाम पर होमेगार्डों की तैनाती की गई थीं।
गोली लगने से महंत सम्राट दास की हालत चिंता जनक बताई जा रही है। यह भी बताया गया कि कि मंदिर की जमीन पर भूमाफियाओं की नजर थी। प्रधान अमर सिंह समेत कई लोगों पर महंत ने हमला करने का आरोप लगाया है। पुलिस के आलाधिकारी मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं।
राजस्थान के करौली जिले में जमीन विवाद में पुजारी को जिंदा जलाया गया था जिसमें साधु की मौत हो गई थी। राजस्थान के करौली जिले के बुकना गांव में मंदिर के जमीन विवाद में कुछ लोगों ने पुजारी को जिंदा जला दिया था। गंभीर रूप से जख्मी पुजारी को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां गुरुवार रात को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उधर शनिवार को बागपत शहर कोतवाली क्षेत्र में नदी में साधु का शव मिलने से हड़कंम मच गया था। साधु के शरीर पर चोट के कई निशान भी मिले हैं। अज्ञात साधु की पहचान नहीं हो पाई थी। पुलिस ने शव की शिनाख्त कराने का प्रयास किया। मगर पहचान नहीं हो पाई। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।

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