लखनऊः जब कोई दूसरे की तरफ एक अंगुली उठता है तो चार अंगुली अपनी तरफ उठ जाती हैं। यह बात बिलकुल सही है किसी पीड़िता के परिवारीजनों को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए, लेकिन जब खबर नहीं छपेगी, बहस नहीं होगी तब तक सत्तापक्ष की नींद भी नहीं खुलती है। इसके बाद जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने में लग जाते हैं। एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने लगते हैं। इससे पीडित के परिवारीजनों को राहत नहीं मिलने वाली है और न ही अपराध पर काबू पाया जा सकता है। सिर्फ बंदर घुड़की देने मात्र से अपराधियों पर काबू नहीं पाया जा सकता है। इसके लिए ठोस कदम उठाने पड़ेंगे।
जब मासूमो के साथ अमानवीय कृत्य और दर्द बिदारक घटनाओं की खबर पढ़ने को मिलती हैं, तो आम आदमी के दिल को झकझोर कर रख देती हैं। यदि रोजी-रोजगार और महंगाई से सरकार छुटकारा नहीं दे सकती है, कम से कम अपराध को नियंत्रण में रखने की भरपूर कोशिश करनी चाहिए। अब तो राजनीति अपने निचले स्तर पर चली गई है। कभी सेना को लेकर मुद्दा बनाया जाता है तो कभी बाहुबली। हमारे देश की सेना हमेशा सर्वश्रेष्ठ रही है। उसकी मार्केटिंग करने की जरूरत न कभी थी और न होगी। कभी भी सत्ताधारी राजनीकि दल यह नहीं चाहता है कि उसकी छवि धूमिल हो, लेकिन जिम्मेदार अफसर यदि अपनी जिम्मेदारी का पूरे मनोयोग से पालन करे तो आम आदमी के विकास के साथ अपराध पर भी नियंत्रण पाना कोई कठिन कार्य नहीं है। अक्सर होता यह है कि जब घटना घट जाती है तो एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो जाता है। मूल मुद्दा छूट जाता है।
भाजपा नेत्री ने पूछा कि प्रियंका हाथरस जा सकती हैं तो क्यों नहीं जा रहीं करौली, कांग्रेसी नेता ने दिया जवाब, मोदी जी, क्यों नहीं जाते। उत्तर और राजस्थान में पुजारियों की कथित हत्याओं के मामले में राजनीति सरगर्मी तेज हो गई है। एक ओर भाजपा राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को घेरने में जुटी है। दूसरी ओर कांग्रेस, यूपी में भाजपा के खिलाफ हमलावर है। पुजारियों की मौत के मुद्दे पर टीवी चैनल आजतक के एक डिबेट शो में भाजपा और कांग्रेस के प्रवक्ताओं के बीच तीखी बहस भी हुई।
डिबेट शो में भाजपा प्रवक्ता अपराजिता सारंगी ने राजस्थान के करौली में पुजारी की कथित हत्या के मामले में कांग्रेस प्रवक्ता पर जमकर निशाना साधा। कहा कि ऐसे मामलों में राजनीतिक रोटियां नहीं सेकनी चाहिए। बात को स्पष्ट करते हुए भाजपा नेत्री ने कहा कि अगर प्रियंका गांधी हाथरस जा सकती है तो वो राजस्थान के करौली भी जाएं। बता दें कि हाथरस में एक दलित युवती से कथित गैंगरेप और हत्या के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए पहुंचे थे। कांग्रेस नेता करौली न जाने पर इन दिनों भाजपा के निशाने पर हैं।
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