एलएसी पर तनाव को लेकर भारत-चीन के बीच 5.पॉइंट प्लान पर समझौता

एलएसी पर तनाव को लेकर भारत-चीन के बीच 5.पॉइंट प्लान पर समझौता

एलएसी पर तनाव को लेकर भारत-चीन के बीच 5.पॉइंट प्लान पर समझौता हुआ है।  लद्दाख स्थित एलएसी पर विगत चार माह से तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस बीच दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की एससीओ समिट में हुई बैठक के बाद पहली बार विवाद को खत्म करने के लिए पांच.पॉइंट के प्लान पर सहमति बनी है। दोनों पक्षों को पहले के समझौतों और बॉर्डर पर सैनिकों के प्रबंधन के नियमों का पालन करना होगा, ताकि एलएसी पर शांति फिर से स्थापित की जा सके और ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचा जा सके, जिससे हालात फिर तनावपूर्ण हों।


भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच रूस के मॉस्को में आयोजित शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) समिट में इस प्लान पर सहमति बनी। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने दोनों नेताओं का जॉइंट स्टेटमेंट जारी किया, जिसमें कहा गया कि दोनों पक्षों को भारत-चीन रिश्तों को विकसित करने के लिए अपने पुराने समझौतों से मार्गदर्शन लेना चाहिए। साथ ही कुछ मामलों में अलग-अलग राय को विवाद नहीं बनने देना चाहिए। यह साझा बयान सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच 2018 और 2019 में हुई गैरआधिकारिक समिट में हुए फैसलों के संबंध में था।


इसके अलावा वांग और जयशंकर में आगे बातचीत जारी रखने पर भी सहमति बनी। इसमें भारत-चीन के बीच सीमा विवाद सुलझाने के लिए विशेष प्रतिनिधि (स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव) मैकेनिज्म पर जोर दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक के दौरान जयशंकर ने साफ कर दिया कि भारत की तरफ से कभी एलएसी पर यथास्थिति (स्टेट क्वो) बदलने की कोशिश नहीं की गई और मौजूदा स्थित सिर्फ चीनी आक्रामकता का परिणाम है।


भारत ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास चीनी बलों की तैनाती पर चिंता जताई

विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी के बीच मॉस्को में हुई बातचीत में भारत ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास चीन द्वारा बड़ी संख्या में बलों और सैन्य उपकरणों की तैनाती पर चिंता जताई। सरकारी सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने पूर्वी लद्दाख में चीन की ष्पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा बलों की तैनाती का मामला उठाया। इस दौरान दोनों देशों के विदेश मंत्री पांच बिंदुओं वाले एक समझौते पर पहुंचे, जो पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध सुलझाने में दोनों देशों का मार्गदर्शन करेगा। मॉस्को में गुरूवार को हुई बैठक ढाई घंटे चली। जयशंकर और वांग शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए रूस की राजधानी में थे।

Post a Comment

please do not comment spam and link

और नया पुराने