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| सामूहिक दुष्कर्म पीड़ित नाबालिग बालिका की मौत |
लखनऊः उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना। सामूहिक दुष्कर्म पीड़ित नाबालिग बालिका की मौत पर मंगलवार को प्रदेश का सियासी पारा चढ़ गया। राजधानी में इस वारदात को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करने के बाद गिरफ्तार कर लिया। देर शाम उन्हें रिहा किया गया।
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| सपाइयों को कैंडल मार्च निकालने से रोकने पर पुलिस के साथ झड़प |
सपाइयों को कैंडल मार्च निकालने से रोकने पर पुलिस के साथ झड़प भी हुई। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस घटना पर सरकार को घेरा। साथ ही पीड़ित परिवार के लिए तत्काल इंसाफ की मांग की।
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| अब विरोध भी नहीं करते देंगे। प्रदर्शन करते कांग्रेस के कई कार्यकर्ता हिरासत में |
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उत्तर प्रदेश में बेटी सुरक्षित नहीं रह गईं हैं। एक और दलित बेटी हैवानियत का शिकार होकर जिंदगी की जंग हार गई। गुंडाराज कायम हो चुका है। यह अधिकारी, अपराधी और सरकार के गठजोड़ का भयावह परिणाम है। 15 अगस्त को लखीमपुर में 13 वर्षीय दलित नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की गई।
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| कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल |
इसी दिन लखनऊ के गुडंबा में किशोरी से दुष्कर्म के बाद तेजाब फेंका। गोरखपुर में दुष्कर्म के बाद सिगरेट से दागा गया। दुष्कर्म और हत्या यह सिलसिला किसी न किसी शहर में लगातार जारी है। 14 सितंबर को हाथरस में घटी इस वीभत्स घटना की 8 दिनों तक एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई। मामले को छिपाने की साजिश की गई। सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि वह किसको बचाना चाहती है।
राज्यपाल से सीधा प्रश्न करते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था पर चुप क्यों हैं। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर उनका एक बयान भी क्यों नहीं आया। मुख्यमंत्री ने सदन में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने का वादा किया था। जोकि आज तक पूरा नहीं हुआ।




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