बुधवार को बाबरी विध्वंस के फैसले से पहले यूपी में 70 कंपनी पीएसी तैनात, डीजीपी मुख्यालय से हो रही सोशल मीडिया पर निगरानी

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह



लखनऊः अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को हुए विवादित ढांचा विध्वंस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत 28 साल बाद 30 सितंबर यानी बुधवार को अपना फैसला सुनाएगी। फैसला देने से पहले कोर्ट के सामने सीबीआई के विशेष जज सुरेंद्र कुमार यादव के सामने 351 गवाहों को पेश किया। वहीं करीब 600 दस्तावेज भी साक्ष्य के रूप में पेश किए। पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। 

 मुरली मनोहर जोशी, पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती,  बीजेपी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी


अयोध्या बाबरी विध्वंस मामले में बीजेपी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती, विनय कटियार सहित कुल 32 आरोपी शामिल हैं


विनय कटियार


एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि अयोध्या में पहले से ही पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध हैं। मथुरा, वाराणसी तथा अन्य जिलों में भी पूरी सतर्कता बरती जा रही है। सभी संवेदनशील जिलों में सुरक्षा प्रबंध और मजूबत करने के लिए अतिरिक्त रूप से 70 कंपनी पीएसी की तैनाती की गई है। 


पुलिस अफसरों को लगातार भ्रमणशील रहकर शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मीडिया की भी सघन निगरानी कराई जा रही है। जिलों के अलावा डीजीपी मुख्यालय के स्तर से भी सोशल मीडिया को मॉनीटर किया जा रहा है।  अयोध्या के डीआईजी, एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि बुधवार को जिले में किसी भी तरह के जुलूस आदि पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। कोविड.19 के प्रोटोकॉल के तहत सोशल डिस्टेंसिंग का भी सख्ती से पालन कराया जाएगा।  


लखीमपुर में हाईअलर्टः बाबरी ध्वंस प्रकरण में कोर्ट का फैसला बुधवार को आना है। इसको लेकर जिले में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। पूरा दिन पुलिस चौकन्नी रहेगी। धार्मिक स्थलों पर विशेष नजर रखी जाएगी। इसके अलावा भारत-.नेपाल सीमा पर खास निगरानी के आदेश हैं। एसएसबी और पुलिस संयुक्त रणनीति बनाकर चेकिंग करेगी। एसपी विजय ढुल ने सोशल मीडिया पर भी खास नजर रखने का निर्देश दिया है। 


पीलीभीत में सुरक्षा की दृष्टि से धार्मिक स्थलों के पास रहेगा फोर्सः  पुलिस प्रशासन ने पीलीभीत में एहतियातन सुरक्षा बंदोबस्त और एहतियाती प्रबंधों की समीक्षा कर ली है। सुरक्षा और निगरानी के तौर पर जिले को तीन जोन और 41 सेक्टर में बांटा गया है। इसके अंतर्गत निर्णय पुलिस की डयूटी लगाई गई है। जिले में सदर समेत पांच तहसीलों में एसडीएम अपने अपने स्तर से मॉनीटरिंग करेंगे। यही नहीं पुलिस प्रशासन ने भी चौराहों और धर्मस्थलों के पास भी पुलिस कमांड डयूटी तय की है। 


शाहजहांपुर को दो जोन और 12 सेक्टर में बंटा गया हैः अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के अपराधिक मामले में सीबीआई की विशेष अदालत का फैसला 30 सितंबर को सुनाया जाएगा। एसपी डा. एस आनंद ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिले को जोन व सेक्टरों में बांट दिया है। बुधवार को जिले की पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेगी। संदिग्धों की निगरानी करेगी। मंगलवार की शाम पुलिस ने गली-कूंचों में गश्त की। शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।



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