उत्तर प्रदेश में पारिवारिक कलह में ज्यादा लोग अपनी जान दे रहे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019 में प्रदेश में 2208 लोगों ने पारिवारिक कलह के चलते आत्महत्या कर ली, जबकि अलग-अलग कारणों से आत्महत्या करने वालों की संख्या 5464 है। वर्ष 2018 में यह संख्या 4842 थी। हालांकि पारिवारिक कलह होने पर की गई आत्महत्याओं की दर के आधार पर यूपी देश के अन्य राज्यों.केंद्र शासित प्रदेशों में 8वें नंबर पर है।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में टीएमयू कोविड हास्पिटल में शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती हुए कोरोना संक्रमित सिपाही ने शनिवार रात अस्पताल की पांचवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। बताया जा रहा है कि तनाव के चलते सिपाही ने जान देने से कुछ देर पहले काफी हंगामा भी किया था और उसके कुछ समय बाद ही आत्मघाती कदम उठा लिया।
मूल रूप से बदायूं का रहने वाले हेड कांस्टेबल दिवाकर शर्मा (52) एसएसपी ऑफिस स्थित शिकायत प्रकोष्ठ में तैनात थे। वह मझोला थाना क्षेत्र के लाइनपार हनुमाननगर में रहते थे। बताया गया कि बीते एक सितंबर को दिवाकर शर्मा जांच के दौरान कोरोना संक्रमित पाए गए थे। जिसके बाद वह हनुमाननगर स्थित किराये के मकान में ही आइसोलेट थे।
सबसे ज्यादा पारिवारिक कलह में आत्महत्या कर रहे हैं लोग : एनसीआरबी
शुक्रवार रात करीब आठ बजे तबीयत बिगड़ने पर उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था। शनिवार शाम तक वह ठीकठाक थे। अस्पताल सूत्रों के अनुसार शनिवार शाम से ही दिवाकर शर्मा बेचैन थे। उन्हें आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया था। यहां अवसाद में उन्होंने काफी हंगामा भी किया था हालांकि दवा दिए जाने के बाद वह सो गए थे।
शनिवार रात करीब 10.40 बजे दिवाकर शर्मा उठकर आईसीयू वार्ड से निकल कर सामने के आईसोलेशन वार्ड में चले गए। बताया गया कि दिवाकर शर्मा तेजी से पांचवी मेजिल पर स्थित आईसोलेशन वार्ड की खिड़की के पास गए और नीचे छलांग लगा दी। इसके बाद वहां हड़कंप मच गया।
सूचना पर सीओ हाईवे राम सागर, पाकबड़ा इंस्पेक्टर रजनी द्विवेदी मौके पर पहुंच गई। पु़लिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि टीएमयू में सिपाही ने पांचवीं मंजिल से कूद कर जान दी है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। अन्य जानकारी भी जुटाई जा रही है।

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