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| पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव |
लखनऊः पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। पुलिस व अपराधियों के हौसले बढ़े हैं। साढ़े तीन साल भाजपा सरकार ने बिना कुछ किए सिर्फ जुमलेबाजी में निकाल दिए हैं। बड़े-बड़े सपने दिखाकर लोगों को खूब बहकाया किन्तु अब भाजपा की सच्चाई जनता के सामने आ चुकी है। जनता भाजपा की कथनी करनी के बीच के अंतर को समझ गए हैं। कहते हैं काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है।
ना धर्म के ना साइंस के,
— Akhilesh Yadav (@yadavakhiles143) September 26, 2020
साहब गुलाम हैं रिलांइस के।।
शनिवार को जारी एक बयान में अखिलेश यादव ने कहा कि अच्छा होगा मुख्यमंत्री लोकभवन की गद्दी छोड़कर अपनी पुरानी गद्दी जाकर संभालें। इसी में विकास से दूर हो रहे प्रदेश और अपराधों की दहशत में जी रही जनता की भलाई है। उन्होंने कहा कि यूपी की बदहाल कानून.व्यवस्था से देश-विदेश में बदनामी होगी। उत्तर प्रदेश में एटा के एक कारोबारी की अपहरण के बाद हत्या, फिर फिरौती वसूलने के बहाने उसकी पत्नी को बुलाकर अपहरण और गैंगरेप। उसे 88 दिनों तक बंधक रखा गया। उसकी एफआईआर पुलिस ने तीन साल तक नहीं लिखी।
आज गाज़ीपुर में वर्चुअल माध्यम से ‘सपा की किसान चौपाल’ में किसानों ने बताया कि भाजपा सरकार में न ख़ाद, न बिजली और न ही फ़सल का एमएसपी वाला निश्चित दाम मिल रहा है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 25, 2020
एक फ़ौजी के किसान पिता ने तो ये तक कहा कि हमने देश के लिए अपना बच्चा दिया पर सरकार हमें सही दाम भी नहीं दे रही है. pic.twitter.com/nruVQhduc7
जब मोदी सरकार #GST लाई थी तो जोर शोर से कहा था कि राज्यों का नुकसान नहीं होगा। लेकिन राज्यों का तय हिस्सा भी मोदी सरकार ने दूसरे जगह उड़ा दिया। विज्ञापनों और जुमलों वाली इस सरकार के लिये संविधान भी महज मजाक बनकर रह गया है।#GST_कहाँ_गई
— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) September 26, 2020
अखिलेश यादव ने कहा कि कानून व्यवस्था सत्ता संरक्षित अपराधियों द्वारा रौंदी जा रही है। अलीगढ़ में एक महिला ने एफआईआर लिखाई तो भाजपा नेता ही उसके विरोध में थाने पर प्रदर्शन करने लगे। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश महिलाओं के लिए सर्वाधिक असुरक्षित हैं। भाजपा के रामराज में पुलिस और जिलाधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। प्रदेश में पुलिस.माफिया और नेता का एक संगठित गिरोह बन गया है। सचिवालय में बैठकर ठगी का धंधा चल रहा है।
देश में आरक्षण के खिलाफ बोलने वाले कमलेश सिंह द्वारा किए गए कुकृत्य पर चुप क्यों है??जाति के आधार पर किसी को पीटना क्या जायज है??#कमलेश_सिंह_को_गिरफ्तार_करो
— Ram briksh Singh Yadav (@sp_rambriksh) September 26, 2020

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