जो शिक्षक कभी छात्रों को जीवन का पाठ पढ़ाकर भविष्य का निर्माण कर रहे थे, वहीं आज काली पट्टी बांधकर विरोध कर रहे हैं। गोंडा जिले में शिक्षक दिवस पर शिक्षकों ने सरकार के शिक्षक विरोधी नीतियों का विरोध किया।
शिक्षक एसोसिएशन के अध्यक्ष परवेज अहमद ने कहा कि लॉकडाउन में सरकार ने हर क्षेत्र के लोगों के लिए राहत पैकेज की घोषणा की लेकिन प्राइवेट शिक्षकों के लिए कोई राहत पैकेज की घोषणा नहीं की। वेद तिवारी ने कहा कि घर का किराया देना मुश्किल है। सुनील सोनी ने कहा कि सरकार शराब की दुकान खोलने की परमीशन दे सकती है लेकिन बच्चों की पढ़ाई को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश नहीं है ।
शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षक बंधुओं को शुभ कामनाएँ और सादर नमन।मेरी कामना है कि सरकार को सदबुद्धि आये और पुरानी पेन्शन व्यवस्था पुनः लागू करे।@yadavakhilesh
— prof ram gopal yadav (@proframgopalya1) September 5, 2020
रोहित जायसवाल ने कहा कि शिक्षक दूसरा व्यापार भी नहीं कर सकता क्योंकि उनके पास पैसा नहीं है। शिक्षिका गीता अवस्थी ने कहा कि घर का बजट गड़बड़ हो गया है। सोशल डिसटेशिंग के साथ विरोध प्रर्दशन में रीना मिश्रा, रविंद्र सिंह, इकरामुल्ला खान, सुयश मिश्रा, अनुज श्रीवास्तव, अकील अहमद, रमा कश्यप, राहुल पांडे,अभिषेक पांडेय, मनीष लोहिया, अब्दुल रहमान, सलमान सिद्दीकी, चंद्र प्रकाश, स्वामी जगन्नाथ मिश्रा सहित सभी शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

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