लखनऊः लोगों का आस्था और विश्वास कलिकाल में भी कायम है। यह यहां देखने को मिलता है। एटा जिले के जलेसर कस्बे में कारीगरों की एक टीम अयोध्या में राम मंदिर के लिए 2100 किलोग्राम वजन का घंटा बनाने के लिए कारीगरों की टीम तन-मन और आस्था के साथ लगी है। इस भारी, भरकम घंटे को बनाने के लिए अष्टधातु का भरपूर मात्रा में प्रयोग किया गया है।
एटा जिले के जलेसर कस्बे में कारीगरों की एक टीम अयोध्या में राम मंदिर के लिए 21 किलोग्राम वजन का घंटा बनाने के लिए आस्था विश्वास व श्रद्धा के साथ लगी हुई है। घंटा को अयोध्या भेजने के पहले अंतिम रूप दिया जा रहा है। यह घंटा अष्टधातु के इस घंटे में सोना, चांदी, तांबा, जस्ता, शीशा, लोहा और पारा का समुचित मात्रा में संयोजन हो रहा है। देश के सबसे बड़ी घंटों में शुमार इस घंटे को बनाने के लिए हिंदुओं के साथ मुसलमानों की 25 कारीगरों की टीम ने 1 महीने तक प्रत्येक दिन 8 घंटे काम किया है।
रूस ने वैक्सीन बनाई,,
— Naman yadav (@NamanYa74360437) August 13, 2020
और भारत में घंटा बन रहा है.!😜😜😜@ARajesh_SP pic.twitter.com/SQoShK5Szq

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