पूर्वी लद्दाख बॉर्डर पर जारी तनाव के बीच भारत ने अपने जवानों को इग्ला मिसाइल के साथ तैनात किया है। इग्ला मिसाइल के जरिए कोई भी जवान कंधे से ही वार कर सकता है। जो कि हेलिकॉप्टर और फाइटर हेलिकॉप्टर को ढेर कर सकती हैं। सरकारी सूत्रों ने बताया कि भारतीय जवानों को इग्ला मिसाइल सिस्टम सौंपा जाएगा। जो दुश्मनों को भारतीय एयरस्पेस में आने से रोकेगा।
दुश्मन का कोई भी विमान या ड्रोन अगर यदि भारतीय सीमा में घुसता है तो उसके लिए ये इग्ला मिसाइलें खतरा हैं। इनका इस्तेमाल वायुसेना और थल सेना दोनों ही करती हैं। स्पष्ट है कि लद्दाख इलाके में चीन की किसी भी तरह की चाल से निपटने के लिए भारतीय सेनाएं पूरी तरह तैयार हैं। बीते दिनों बिपिन रावत की ओर से भी यही बयान दिया गया था।
बिपिन रावत ने अपने बयान में कहा था कि अगर बातचीत से हल नहीं निकलता है, तो फिर सेना के इस्तेमाल पर भी विचार किया जा सकता है। "लद्दाख में चीनी सेना के अतिक्रमण से निपटने के लिए सैन्य विकल्प भी है लेकिन यह तभी अपनाया जाएगा जब सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर वार्ता विफल रहेगी."
गलवान घाटी की घटना के बाद भारत और चीन की सेनाएं कई राउंड की बात कर चुकी हैं। हालांकि अभी तक कोई निर्णय नहीं निकल पाया है।
भारत और चीन के बीच मई माह से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। गलवान घाटी में 15 जून को दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़प भी हुई थी, जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे।







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