कोझिकोड: वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से आ रहे एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक विमान के एकाएक घाटी में गिर जाने से कोझिकोड में चारों ओर चीख-पुकार, खून से सने कपड़े, डरे सहमे रोते हुए बच्चे और एंबुलेंस के सायरन की आवाजों ने इलाके को दहला दिया। दरअसल, एअर इंडिया एक्सप्रेस का विमान शुक्रवार शाम कोझिकोड हवाई पट्टी से फिसल कर घाटी में गिर गया और दो हिस्सों में टूट गया। इस दुर्घटना में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई।बारिश के बीच, स्थानीय नागरिक पुलिस सहित बचाव कर्मियों ने विमान से घायल पुरुष और महिलाओं को बाहर निकालने में फुर्ती दिखाई। विमान तेज आवाज के साथ दो बड़े टुकड़ों में टूट गया और यात्रियों को समझ ही नहीं आया कि पल भर में क्या हो गया। इलाके में चीख पुकार मच गई।
बचावकर्मियों ने लोगों को बाहर निकाला। इस दौरान चार से पांच साल के छोटे बच्चे बचाव कर्मियों की गोद में चिपके दिखाई दिए और यात्रियों का सारा सामान यहां वहां बिखरा था। तेज आवाज सुन कर स्थानीय लोग भी मदद के लिए दौड़ पड़े।
बचाव अभियान में शामिल एक अन्य व्यक्ति ने टीवी चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा, 'घायल पायलट को विमान से कॉकपिट तोड़कर निकाला गया।' उन्होंने का कि जब तक एंबुलेंस मौके पर पहुंचती लोगों ने यात्रियों को कारों से कोझीकोड और मलाप्पुरम जिले के विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाना शुरू कर दिया था।
-नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने कहा कि- कल रात भारत के केरल में Air India Express विमान के दुर्घटना की खबर से गहरा दुख हुआ। नेपाल में शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं और उन घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं।
रक्तदान करने के लिए युवाओं की कतार लगी
-कई युवाओं को सरकारी मेडिकल कॉलेज कोझिकोड में रक्तदान के लिए कतार में खड़ा देखा गया। अस्पताल ने कल रात लोगों से अनुरोध किया था कि वे एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान दुर्घटना पीड़ितों के इलाज में मदद करें।
कोझीकोड हवाई अड्डे पर सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं
-कोझिकोड हवाई अड्डे पर सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। आने वाली सभी उड़ानों को कन्नूर और कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर भेज दिया गया है।
केरल विमान दुर्घटना में 123 लोग घायल हुए
-एयर इंडिया एक्सप्रेस कालीकट विमान में सवार 190 लोगों में से 123 घायल हुए। मृतकों का पोस्टमार्टम करने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है, जिसके बाद शवों को निकाला जाएगा। कोविड -19 टेस्ट भी कराया जाएगा।
सुरक्षित बचे लोग पायलट को बता रहे हैं बहादुर
-केरल विमान दुर्घटना में बचे लोगों का कहना है कि "बहादुर पायलट और सतर्क स्थानीय लोगों ने और अधिक बड़ी त्रासदी को टाल दिया।" लोग मदद के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए और यात्रियों को निकाला। हालांकि यह एक रेस्क्यू विमान था जिसमें उन्होंने धुएं और मामूली आग की अनदेखी करते हुए उड़ान भरी थी।




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