आपसी भाईचारा और सौहार्द का प्रतीक बकरीद (ईद-उल-अजहा) बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन मानव समाज वर्षों से चले आ रहे हैं छोटे-बड़े बैर को भुलाकर आपस में गले मिलते हैं जिससे समाज में फैली बुराइयों का खात्मा हो जाता है और लोग पुनः नई ऊर्जा के साथ दिनचर्या गुजारने लगते हैं जिससे छोटे बड़े अपराध होने से मानव समाज बच जाता है और सुख-शांती से जीवन व्यतीत करने का माहौल तैयार होता है।

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