एम्स में भर्ती दुष्कर्म पीड़िता की हालत गंभीर, कल भी नहीं हो सकी सिर की सर्जरी

पश्चिमी दिल्ली के पीरागढ़ी इलाके में मंगलवार शाम को घर में अकेली 12 साल की बच्ची को दुष्कर्म के बाद कैंची से गोदने का मामला सामने आया था। उसे अधमरी हालत में छोड़कर अपराधी फरार हो गए थे। गंभीर हालत में उसे संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां बच्ची की हालत बिगड़ती देख उसे एम्स में रेफर कर दिया गया था।

 एम्स के न्यूरो विभाग के डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची अभी भी गम्भीर हालत में है। उसे अभी  तक होश नहीं आया है और वह ठीक से सांस भी नहीं ले पा रही है। इस वजह से उसे वेंटिलेटर सपोर्ट देना पड़ रहा है। पीड़िता की हालत देखकर इलाज करने वाले डॉक्टर भी उसे जल्द ठीक होने की प्रार्थना कर रहे हैं। डॉक्टर ने बताया कि उसे दवा से ठीक करने की कोशिश की जा रही है। दो दिन पहले पीडियाट्रिक सर्जरी और प्रसूति रोग के डॉक्टरों ने मिलकर पीड़िता के पेट के निचले हिस्से की सर्जरी की थी। 

बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक, जिस वक्त उसे एम्स में भर्ती किया गया था तब वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर थी, लेकिन बाद में वेंटिलेटर से हटा लिया गया था, लेकिन उसकी हालत स्थिर नहीं हुई। इस वजह से उसे दोबारा वेंटिलेटर सपोर्ट देना पड़ा है। सीटी स्कैन जांच में पता चला था है कि बच्ची के सिर के अंदर चोट के गंभीर निशान हैं। उसके मस्तिष्क में सूजन आ गई है। इस कारण सिर की सर्जरी नहीं हो पा रही है। सूजन कम होने पर सर्जरी की जाएगी। शुक्रवार को बच्ची की प्लेटलेट्स भी काफी कम हो गई थीं, जिसमें शनिवार को थोड़ा सुधार आया है।

आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने एम्स में भर्ती दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की और 10 लाख रुपये की सहायता राशि का चेक सौंपा। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पीड़िता के परिजनों से मिले थे और उन्हें सहायता राशि देने का वादा किया था। केजरीवाल ने कहा था कि सरकार बच्ची के परिजनों की आर्थिक सहायता करेगी और उन्हें हर संभव मदद कराएगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने अस्पताल जाकर बच्ची की हालत का जायजा भी लिया था। 

आतिशी ने कहा  कि बच्ची अभी भी न्यूरो सर्जरी वार्ड में है और उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। वह उसके जल्द से जल्द ठीक होने की प्रार्थना करती हैं। आतिशी ने कहा कि उन्होंने  बच्ची के परिजनों से बात की और सरकार की ओर से उन्हें हर प्रकार की मदद का आश्वासन दिया है। 

आतिशी ने कहा कि उनकी जनता से अपील है कि सभी लोग  बच्ची के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करें,ताकि वह ठीक होकर अपने परिवार के पास वापस आ सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री  के वादे के अनुसार पीड़िता के परिजनों को 10 लाख रुपए की सहायता राशि का चेक सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि यह राशि उनके साथ जो घटना घटित हुई है, किसी भी प्रकार से  भरपाई नहीं कर सकती है,लेकिन इलाज और सामान्य जीवन की अन्य जरूरतों को पूरा करने में यह राशि सहायक सिद्ध होगी।  

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