नमामि गंगे : नमामि गंगे (Namami Gange) के तहत अब गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाया जा रहा है साथ ही सभी घाटों को साफ भी किया जा रहा है.
उन्नाव के गंगा तट के किनारे बसे गांवों में आरती की जाएगी. प्रशासन ने 34 गंगा ग्राम चिन्हित कर लिए है और उन्हीं में काशी , बिठूर और पप्रयागराज की तर्ज पर उन्नाव में भी गंगा किनारे बसे 34 गांवों में जल्द गंगा आरती का आयोजन शुरू होगा.
शासन ने गंगा स्वच्छता अभियान के तहत गंगा नदी को संरक्षित करने के इरादे से घाट के निर्माण और गंगा आरती को लेकर जो निर्देश अधिकारियों को भेजे थे वह अब साकार होते दिखाई देंगे. अब नमामि गंगे योजना के तहत सरकार की मंशा है कि ग्रामीण इलाकों में जहां से गंगा गुजरती है वहां पर घाट बने और शंखनाद के साथ गंगा आरती की जाए जिस पर प्रशासन अब तैयारियां करने में जुट गया है.
इन 34 गांव में जल्द गूंजेगी आरती और शंखनाद।
आपको बता दें कि जिले में 34 गांव चिन्हित किए गए हैं फरीदपुर कटरा, जगत नगर आहत माली, कतरी गद्दानपुरआहार, मेलाअलम साहब गैर आहातमाली, सन्नी, शंकरपुर सराय, बक्सर सहित 34 गांव गंगा कें किनारे बसे हुए इन गांव में शाम होते ही गंगा आरती गूंजने लगेगी. कार्ययोजना के अनुसार 3 करोड़ से अधिक के बजट से गंगा किनारे घाटो का निर्माण और सभी 34 गावो में गंगा आरती शुरू होनी थी.
है.
5 जून (पर्यावरण दिवस) तक पूरी हो जाएंगी सारी तैयारियां ।
CDO IAS Divyanshu Patel ने बताया कि गंगा समिति की बैठक में जिला अधिकारी महोदय की अध्यक्षता में जो बैठक संपन्न हुई है उसमें नोडल अधिकारी शासन के द्वारा मुख्य विकास अधिकारी को बनाया गया है. इस संबंध में जानकारी लेने पर यह पाया गया है कि 34 गांव गंगा आरती हेतु गंगा समिति से चयनित किए गए थे, गंगा ग्राम के रूप में इन गांवों में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु हमारी कवायद जारी है. उन्होंने यह भी बताया कि यह सारा कार्यक्रम 5 जून यानी पर्यावरण दिवस के पहले ही करा लिया जाएगा
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