उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित UP board of revenue: राजस्व परिषद में निजी सचिव के पद पर तैनात रहे विवेकानंद डोबरियाल के खिलाफ विभाग के अनुसचिव घनश्याम चतुर्वेदी ने कैसरबाग कोतवाली में धोखाधड़ी, रंगदारी और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। विवेकानंद राजस्व परिषद में निजी सचिव के पद से 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो गए हैं।
आरोप है कि विवेकानंद सेवाकाल में रिश्वत लेकर काम करा था। साथी ही फर्जी शिकायत कराकर दंडित कराने की भी धमकी देता था। आरोपित सेवानिवृत्त होने के बाद भी कार्यालय जाता था। पूर्व में भी आरोपी के खिलाफ वसूली की शिकायतें आई थी।
आरोप है कि विवेकानंद दूसरे के नाम से दर्ज फोन नंबर का इस्तेमाल करते थे। जिस नंबर का प्रयोग कर कर्मचारियों को धमकाते थे वह प्रदीप गर्ग के नाम से अंकित है। आरोपित विवेकानंद अधिकारियों को जांच में फंसाने की धमकी देकर वसूली करता था। जो अधिकारी और कर्मचारी दबाव में नहीं आते थे उनके खिलाफ फर्जी शिकायत कराकर धमकाया जाता था।
आरोपित सभी मामले को चेयरमैन राजस्व परिषद के सेवानिवृत्त होने से पहले खत्म कराने की बात कहता था। आरोपित विवेकानंद ने अवैध ढंग से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। आरोप है कि अवैध रूप से रुपए कमाकर शेयर बाजार में निवेश किया है। एफआईआर दर्ज होने के बाद आरोपी फरार है। अभी तक पुलिस आरोपी विवेकानंद की तलाश नहीं कर पाई है।

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