शनिवार को झांसी में कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद सख्त रुख अपनाया दो टूक कहा कि पुलिस और प्रशासनिक अफसर आराम तलब हो गए हैं। घटनास्थल का भी जायजा नहीं लेते। फील्ड में निकलना बंद कर दिया है। पैसे आराम तलब पुलिस और प्रशासन के अफसरों की पूरी रिपोर्ट शासन स्तर पर तैयार की जा रही है। ऐसे अफसरों को कोई चार्ज नहीं दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहां की जब किसी घटना के बाद लखनऊ से आदेश जारी होता है तब अक्सर कहते हैं ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। कई बार कहा जा रहा है कि अपराधियों पर कार्रवाई में कोई सुस्ती नहीं होनी चाहिए लेकिन अफसर ढिलाई बरत रहे वैसे भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं और यदि अफसर पूरी तरह मुख्यमंत्री का साथ देते हैं तो वह दिन दूर नहीं जब अपराध से अंकुश ना लग जाए।
ललितपुर के पाली थाने में किशोरी के साथ थानाध्यक्ष द्वारा की गई दरिंदगी के मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज दिखे समीक्षा बैठक में ललितपुर के अधिकारी ही निशाने पर थे उन्होंने कहा कि आंखें बंद करके मत बैठे रहिए जो जिम्मेदारी दी गई है उसे निभा नहीं निभा पा रहे हैं तो बता दीजिए थाने में दरिंदगी के मामले में कार्यवाही देरी से हुई महिला को निर्वस्त्र कर पीटने वाले पुलिस वालों पर भी एक्शन तब हुआ जब लखनऊ से आदेश आया अगर आप सर पहले ही कार्रवाई कर लेते तो इस तरह हालात ना बिगड़ते।
उधर मुख्यमंत्री ने कहा कि अतीत को विस्मृत कर वर्तमान का नवनिर्माण नहीं हो सकता। झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई किले का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजिटर बुक में लिखा भारत की आजादी का प्रथम स्वातंत्र समर अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। इस स्वातंत्र्य समर में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का नाम बड़े ही सम्मान के साथ स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। महारानी लक्ष्मीबाई की वीरता शौर्य और आजादी के इन महत्वपूर्ण घटनाक्रम को स्मार्ट सिटी मिशन में लाइट एंड साउंड के माध्यम से वर्तमान पीढ़ी के सामने प्रस्तुत करना अत्यंत सराहनीय पहल है। इतिहास के इन्हीं पलो के संबंध में कहा गया है कि अतीत के पलों को विस्मृत कर वर्तमान का नवनिर्माण नहीं हो सकता। इस कार्यक्रम को अन्य प्रकार से भी आगे बढ़ाने का प्रयास होना चाहिए।



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