उत्तर प्रदेश के झांसी के ललितपुर/सिलावन में बुधवार को पुलिसकर्मियों की बर्बरता की एक और घटना सामने आई। जहां महारानी थाने में तैनात मुंशी और महिला दरोगा ने एक महिला को कमरे में बंद कर थर्ड डिग्री प्रयोग की। चोरी के शक में दोनों पुलिसकर्मियों ने महिला को निर्वस्त्र कर बेल्ट से पीटा महिला से जुर्म कबूलवाने के लिए बिजली बंद कर पानी की बौछार की गई। मामला तूल न पकड़े इसीलिए पीड़िता को थाने लाए जहां पति पत्नी के बीच विवाद बता कर शांतिभंग में बीमार पति सहित उसके खिलाफ कार्रवाई कर दी। बुधवार को पीड़िता अपने परिजनों के साथ गाड़ी में लेट कर एसपी कार्यालय पहुंची और डीआईजी को घटना बताकर पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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पीड़ित महिला ने एसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि वह महरौनी थाने में मुंशी के पद पर तैनात पुलिसकर्मी अंशु पटेल के डाकघर के निकट स्थित मकान पर 14 अप्रैल से खाना बनाने और झाड़ू पोछा करती है। 2 मई को सुबह खाना बनाने के बाद वह घर लौट आई शाम को पहुंची तो अंशु पटेल की पत्नी ने दरवाजा बंद कर मोबाइल से कॉल कर पति अंशु को बुला लिया । वह अपने साथ महिला दरोगा पारुल चंदेल को लेकर आया और चोरी के संबंध में पूछताछ करने लगा उसने अपने को निर्दोष बताया तो अंशु और महिला दरोगा ने रात 8:00 बजे से बिजली बंद कर पानी की बौछार लगाकर निवास कर बेल्टों से उसकी पिटाई की।
पीड़ित महिला के अनुसार मारपीट के दौरान उसने कई बार पुलिसकर्मियों से छोड़ने की गुहार लगाई लेकिन पुलिसकर्मियों का दिल नहीं पसीजा महिला भी बेल्ट की मार से चिल्लाती रही लेकिन तांत्रिक का भरोसा कर महिला दरोगा और मुंशी ने दोनों ने बेल्ट से मारपीट की।
उधर पुलिस कर्मी अंशु पटेल कस्बा महरौनी के मोहल्ला खरवांचपुरा निवासी महिला जो आरोप लगा रही है वह गलत है वह इस मामले में कुछ नहीं जानता है।
पुलिस उप महानिदेशक जोगेंद्र कुमार ने कहा कि थाना महरौनी पुलिस द्वारा एक महिला के साथ मारपीट करने का मामला संज्ञान में आया है। जिसकी जांच कराई जाएगी। दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी।
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