हर रोज 250 लोगों पर हमला कर रहे हैं आवारा कुत्ते, जिम्मेदार उदासीन




उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हर रोज लगभग 250 लोगों को आवारा कुत्ते अपना शिकार बना रहे हैं। इसमें से  ज्यादा पुराने शहर के इलाकों में आवारा कुत्तों से पीड़ित लोग अस्पतालों में रेबीज इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं। रैबीज जंक्शन लगवाने वाले लोगों में ज्यादातर लोग बलरामपुर अस्पताल में पहुंचाते हैं। मानवाधिकार आयोग से नगर आयुक्त को नोटिस

बलरामपुर अस्पताल में रेबीज वैक्सीनेशन के प्रभारी डॉ विष्णु देव के अनुसार प्रत्येक दिन 200 से 250 लोग इंजेक्शन लगवाने आ रहे हैं। इंजेक्शन लगवाने वालों में 50 फीसद से ज्यादा लोग पुराने लखनऊ चौक, चौपटिया, सहआदतगंज, ऐशबा, नकखास, मौलवीगज, रकाबगंज , हुसैनाबाद, ठाकुरगंज, कैसरबाग और डालीगंज से सबसे ज्यदा कुत्तों से पीड़ित मरीज आ रहे हैं। सिविल अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंचने वालों का आंकड़ा 70 से 100 है। वही टीवी अस्पताल और बीआरडी महानगर लोग लोकबंधु में भी रोजाना 40 से 50 लोग इंजेक्शन लगवाने आते हैं।


लखनऊ स्थित ओसीआर बिल्डिंग जहां वीआईपी लोगों के सरकारी आवास बने हैं। वहां भी बिल्डिंग परिसर में आवारा कुत्तों और मधुमक्खियों का आतंक है। लगभग 60 बंदर भी परिसर और आसपास के लोगों को परेशान करते हैं। वीआईपी कॉलोनी होने के बावजूद इधर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। व्यवस्था अधिकारी पवन यादव ने कार्रवाई करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया है।

उधर गुरुवार को लखनऊ के सरोजनी नगर में साइकिल से जा रहे सुंदरलाल (55) पर मधुमक्खियों ने हमला कर घायल कर दिया। गंभीर रूप से घायल सुंदरलाल की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक किसी काम से सुंदरलल साइकिल से जा रहा था तभी घर के पास मधुमक्खी के हमले से बुरी तरह घायल हो गया। घायल अवस्था में सीएससी सरोजिनी नगर में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई।


उधर बुधवार को लखनऊ के पुराने शहर के मुसाहिबगंज की घटना के बाद गुरुवार को नगर निगम ने दोबारा अभियान चलाकर 48 कुत्ते पकड़ लिए इन्हें इंदिरानगर स्थित जराहरा के एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में रखा गया है। जांच के बाद इनकी नसबंदी की जाएगी। दो कुत्तों को आइसोलेशन में रखकर उनके व्यवहार का एक माह तक अध्ययन किया जाएगा। इसके बाद नसबंदी की जाएगी।


इस मामले को लेकर मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति बालकृष्ण नारायण ने समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर का स्वता संज्ञान लेते हुए नगर आयुक्त को नोटिस जारी किया है। आयोग ने अगली सुनवाई के लिए 18 अप्रैल की तारीख मुकर्रर की है। नोटिस में 1 सप्ताह में जांच कर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। नोटिस में बताया गया कि  स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में लंबे समय से कुत्तों का आतंक है। नगर निगम से कई बार शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई।

उधर लखनऊ के पुराने शहर ठाकुरगंज क्षेत्र में आवारा कुत्ते के हमले से जख्मी बच्ची का इलाज ट्रामा सेंटर में चल रहा है। जहां उसे आईसीयू में रखा गया है। डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची की हालत स्थिर है। बुधवार को मासूम भाई बहन को आवारा कुत्तों ने नोच डाला था‌ इस हमले में मोहम्मद रजा ने दम तोड़ दिया था जबकि उसकी बहन जन्नत फातिमा अभी ट्रामा सेंटर की आईसीयू में भर्ती है। ट्रामा सेंटर के सीएमएस डॉ संदीप तिवारी ने बताया कि बच्ची को हाइड्रो एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने के सामान एंटी रेबीज वैक्सीन की डोज भी लगाई जा रही है।

इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में ठाकुरगंज इलाके में आवारा कुत्तों के हमले में 7 साल के मासूम की मौत और उसकी 4 साल की बहन के घायल होने की घटना को विचलित करने वाला बताया है। न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार उपाध्याय और न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी की खंडपीठ ने घटना का स्वता: संज्ञान लेते हुए मामले को जनहित याचिका के रूप में दर्ज करने का आदेश दिया।



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