यूपीएसएसएससी करेगा 24 ज्यादा से भर्तियां, प्रमुख भर्ती परीक्षाओं में 9212 पदों के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला की मुख्य परीक्षा 8 मई को, 8085 राजस्व लेखपाल के पदों के लिए मुख्य परीक्षा 19 जून को, 2504 अनुदेशक की मुख्य परीक्षा 17 जुलाई को।
यदि राजनेताओं के दावे हवा हवाई न हुए तो आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्ष के लिए बेरोजगारी जो सबसे बड़ा मुद्दा है। वह खत्म हो जाएगा। 202२ के विधानसभा चुनाव में विपक्ष के लिए बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा बना था। सत्तारूढ़ दल विपक्ष के बेरोजगारी वाले मुद्दे को लोकसभा चुनाव 2022 में देने के मूड में नहीं है। इसीलिए ज्यादा से ज्यादा भर्तियां 2024 से पहले हो जाएं। इसके लिए सरकार ने तैयारी कर ली है। मुख्यमंत्री ने चयन वर्ष 2022 से इस की सीधी भर्ती से संबंधित पदों पर भर्ती प्रस्ताव 31 मई से पहले भेजने का निर्देश दिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार सभी विभागीय रिक्तियों को तेजी से भरने के लिए प्रतिबद्ध है। समय बद्ध तरीके से भर्ती प्रस्ताव भेजने के लिए ऑनलाइन पोर्टल बनाने को कहा है। पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के साथ ही सेवायोजन युवाओं के प्रशिक्षण पर भी प्रभावी कार्यवाही को कहा है। फील्ड में तैनात अधिकारियों को आवश्यक रूप से मुख्यालय न बुलाने और वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद बनाने का निर्देश दिया है। बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक समेत शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे।
गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग की कार योजना का प्रस्तुतीकरण देखने के दौरान रिक्त पदों को भरने का अभियान तेजी से बढ़ाने का निर्देश दिया। इसके बाद आयोग ने इस वर्ष का भर्ती कैलेंडर जारी कर दिया हूं। आयोग के कैलेंडर में जिन 24 भारतीयों की परीक्षा तिथियां घोषित की गई हैं उनमें लंबे समय से लंबित 9 भर्तियां भी शामिल हैं। आयोग ने तीन तिथियां आरक्षित के रूप में घोषित की है।
गुरु तेग बहादुर के चार 400वे प्रकाश पर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु तेग बहादुर के बलिदान ने कई पीढ़ियों को अपनी संस्कृति की मर्यादा की रक्षा और देश के सम्मान के लिए मर मिटने की प्रेरणा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत किसी देश या समाज के लिए खतरा पैदा नहीं किया है। आज हम पूरे विश्व के कल्याण के लिए सोचते हैं। आत्मनिर्भर भारत की बात करते हैं इसमें भी विश्व की प्रगति का लक्ष्य रखते हैं। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी हमारे लिए आत्म कल्याण के पथ प्रदर्शक के साथ भारत की विविधता के प्रतीक और जीवंत स्वरूप भी हैं।
बता दें कि मुगल शासक औरंगजेब ने 1675 में गुरु तेग बहादुर का सिर कलम करने का आदेश लाल किले से ही जारी किया था। पीएम मोदी ने मानवता को भारतीय संस्कृति और संस्कारों का हिस्सा बताते हुए कहा है कि भारत ना तो डरता है और ना ही किसी को डराता है लेकिन वैश्विक द्वंद के बीच भारत आज भी शांति के लिए काम करने के साथ ही देश की रक्षा के लिए अटल है सिख गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर गुरुवार को लाल किला से अपने संबोधन में कहा कि सिख गुरु ने अपने बलिदानों के जरिए अनेक पीढ़ियों को संस्कृत, स्वाभिमान और मर्यादा के सम्मान की रक्षा के लिए मर मिटने की प्रेरणा दी। अत्याचारियो ने अनेक सिरो को धड़ से अलग किया लेकिन हमारी आस्था को हम से अलग नहीं कर पाए। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर गुरु तेग बहादुर के सम्मान में डाक टिकट और स्मृति सिक्का जारी किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार के लिए सौभाग्य और गौरव की बात है कि उसे सिख धर्म से जुड़े दसों गुरु की विरासत को सहेजने का अवसर मिला है।


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